महर्षि वाल्मीकि जयंती पर सीएम ने सामाजिक समरसता पर दिया ज़ोर
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने महर्षि वाल्मीकि जयंती प्रकटोत्सव के उपलक्ष्य में मानस भवन में आयोजित समरसता सम्मेलन में सर्वप्रथम महर्षि वाल्मीकि जी के चित्र पर माल्यार्पण किया। ओर समरसता सम्मेलन को संबोधित किया।

भोपाल: मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने महर्षि वाल्मीकि जयंती प्रकटोत्सव के उपलक्ष्य में मानस भवन में आयोजित समरसता सम्मेलन में सर्वप्रथम महर्षि वाल्मीकि जी के चित्र पर माल्यार्पण किया।ओर समरसता सम्मेलन को संबोधित किया।
समाज के सभी वर्गों का हो रहा समग्र उत्थान...
— Dr Mohan Yadav (@DrMohanYadav51) October 12, 2025
महर्षि वाल्मीकि प्रकटोत्सव के उपलक्ष्य में आज भोपाल में आयोजित समरसता सम्मेलन को संबोधित किया। वाल्मीकि जी ने भगवान श्री राम जी के आदर्शों को जन-जन तक पहुंचाकर समरस समाज बनाने में अतुलनीय योगदान दिया।
इस अवसर पर श्री क्षेत्र वाल्मीकि… pic.twitter.com/PGMtWHxrHO
भोपाल में आयोजित समरसता कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने शरद पूर्णिमा से लेकर दीपावली तक चलने वाले बाल्मीकि उत्सव को सामाजिक समरसता का प्रतीक बताया। उन्होंने कहा कि यह उत्सव समाज को जोड़ने और रामराज्य के आदर्शों को जन-जन तक पहुंचाने का कार्य करता है।मुख्यमंत्री ने कहा कि भगवान श्रीराम के जीवन में तीन संतों का विशेष योगदान रहा विश्वामित्र, वशिष्ठ और महर्षि वाल्मीकि। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि महर्षि वाल्मीकि के कारण ही आज श्रीराम की गाथा और आदर्श जन-जन तक पहुंचे हैं।सीएम यादव ने कहा, हम सौभाग्यशाली हैं कि हमारा नया साल दिवाली से शुरू होता है। बाल्मीकि जी ने सामाजिक समरसता और घर-घर राम-लक्ष्मण के संस्कारों को स्थापित किया है। उनके माध्यम से जो सनातन की धारा बह रही है, हमें उसे आगे बढ़ाना है।”मुख्यमंत्री ने कहा कि समाज में सामाजिक समरसता का। भाव हमें बना कर रखना होगा।