रांची में इतिहास रच गई ‘रो-को’ जोड़ी, सचिन–द्रविड़ का 391 मैचों वाला रिकॉर्ड टूटा

भारतीय क्रिकेट में एक नया अध्याय उस समय जुड़ गया जब टीम इंडिया की नीली जर्सी में ‘रो-को’ यानी रोहित शर्मा और विराट कोहली की जबरदस्त जोड़ी ने रांची के JSCA स्टेडियम में कदम रखी. और बन गया एक नया इतिहास

रांची में इतिहास रच गई ‘रो-को’ जोड़ी, सचिन–द्रविड़ का 391 मैचों वाला रिकॉर्ड टूटा
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भारतीय क्रिकेट में एक नया अध्याय उस समय जुड़ गया जब टीम इंडिया की नीली जर्सी में ‘रो-को’ यानी रोहित शर्मा और विराट कोहली की जबरदस्त जोड़ी ने रांची के JSCA स्टेडियम में कदम रखी. यह सिर्फ एक मैच की शुरुआत नहीं थी, बल्कि चुपचाप इतिहास रचने का क्षण था. जैसे ही दोनों बल्लेबाज मैदान में उतरे, उन्होंने भारतीय क्रिकेट के महान खिलाड़ियों सचिन तेंदुलकर और राहुल द्रविड़ का एक बेहद खास रिकॉर्ड पीछे छोड़ दिया.

रविवार को रोहित शर्मा और विराट कोहली ने भारतीय टीम के लिए अपना 392वां अंतरराष्ट्रीय मैच साथ खेलते हुए एक अनोखा कीर्तिमान अपने नाम किया. इससे पहले सचिन–द्रविड़ की जोड़ी 391 अंतरराष्ट्रीय मैच खेलने के रिकॉर्ड के साथ शीर्ष पर थी, जिसे लंबे समय से कोई चुनौती नहीं दे पाया था. 

सचिन–द्रविड़ से आगे ‘रो-को’

सचिन तेंदुलकर और राहुल द्रविड़, भारतीय क्रिकेट के दो स्तंभ, जिन्होंने मिलकर 146 टेस्ट और 245 वनडे मैच खेले. उनकी साझेदारी विरोधियों के लिए दीवार की तरह खड़ी रहती थी. सालों तक यह रिकॉर्ड भारतीय क्रिकेट की सबसे मजबूत जोड़ी का प्रतीक माना जाता रहा.

लेकिन कई वर्षों की निरंतरता और शानदार फिटनेस की बदौलत रोहित–विराट की जोड़ी ने अंततः इस ऐतिहासिक उपलब्धि को पार कर लिया. यह रिकॉर्ड भारतीय क्रिकेट में नई पीढ़ी की ताकत और निरंतरता का प्रमाण बन गया है.

दो दिग्गज, एक विरासत

हालांकि रोहित और विराट अब अपने करियर के अखिरी पायदान पर हैं. लेकिन उनकी जोड़ी की मजबूती और आपसी तालमेल मैदान पर अब भी देखने लायक है. रांची में दोनों ने बल्लेबाजी करते हुए फिर यह साबित किया कि क्यों उन्हें आधुनिक क्रिकेट की सबसे बेहतरीन जोड़ियों में क्यों गिना जाता है. 

भारतीय क्रिकेट की साझेदारियों का सुनहरा सफर

सचिन–द्रविड़ से लेकर रोहित–कोहली तक, भारतीय क्रिकेट में महान साझेदारियों की परंपरा हमेशा खिलती रही है. यह नया रिकॉर्ड न केवल ‘रो-को’ की उपलब्धि है, बल्कि भारतीय क्रिकेट के समृद्ध इतिहास और निरंतर विकास का हिस्सा भी है. 

रांची में बना यह नया रिकॉर्ड आने वाले समय में भारतीय क्रिकेट की महान जोड़ियों का नया मानक तैयार करेगा. ‘रो-को’ की यह उपलब्धि खिलाड़ियों की अद्भुत निरंतरता, फिटनेस और टीम के प्रति समर्पण का प्रतीक है. भारतीय क्रिकेट प्रेमियों के लिए यह गर्व का क्षण है जिसे लंबे समय तक याद रखा जाएगा.