नेशनल हाई-वे है या रेत का डंप: कार्रवाई से बचने सड़क के किनारे खाली की जाती है बालू
सतना | राष्ट्रीय राजमार्ग सतना-रीवा इन दिनों रेत का अवैध डंपिंग प्वाइंट बना हुआ है। सतना- रीवा मार्ग में सड़क के किनारे डिग्री कालेज से लेकर मैहर बायपास तक रेत के करीबन एक दर्जन के करीब ऐसे डंपिंग प्वाइंट इन दिनों बनाए गए हैं जहां पर बाहर से आ रहे ओवरलोड रेत के डम्परों से रेत खाली की जाती है। ये प्वाइंट किसी ट्रेडर्स के नहीं बल्कि रेत के अवैध कारोबार में शामिल लोगों के हैं, जिनके ओवर लोड आने वाले डम्परों से यह रेत जगह-जगह डम्प की जाती है। इसके बाद फिर इसे गंतव्य तक पहुंचाया जाता है।
डम्पर से आती है, ट्रैक्टर से शहर में परिवहन 
ओवरलोड डम्परों से आई रेत को अल सुबह गहिरानाला (डिग्री कॉलेज) से लेकर बायपास तक डम्प किया जाता है। फिर अवैध रूप से डम्प की गई इस रेत को ट्रैक्टरों के माध्यम से शहर के अंदर जगह-जगह तक परिवहन किया जाता है। ट्रैक्टरों के जरिए शहर के अंदर रेत के हो रहे अवैध परिवहन की ओर किसी का ध्यान नहीं जाता है। यदि कायदे से इस बात की जांच की जाए तो शहर में बाहर से आ रही ओवरलोड रेत के हो रहे अवैध परिवहन का एक बड़ा खुलासा हो सकता है। 
आखिर कौन है इसके पीछे? 
बाहर से ओवरलोड  आ रही रेत को जगह-जगह डम्प करवाने वाला आखिर कौन है? शहर से लगे डिग्री कालेज और मैहर बायपास के बीच बनाए गए रेत के अवैध डंपिंग प्वाइंट आखिर हैं किसके? इनको कौन संरक्षण दे रहा है? यह सवाल इस लिए भी उठ रहा है कि ट्रांसपोर्ट नगर में पुलिस का नाका है। मैहर बाइपास में परिवहन कार्यालय है और शहर में अन्य पुलिस व प्रशासनिक अधिकारी घूमते ही रहते हैं। तो क्या उन्हें सड़क के किनारे रेत का यह अवैध भंडार नजर नहीं आता या फिर यह सब देखकर भी जिम्मेदार अंजान बने हुए हैं? 
प्रशासन को हादसे का इंतजार 
अक्सर प्यास लगने पर ही कुआं खोदने का आदी हो चुके  जिला प्रशासन व अन्य जिम्मेदारों को शायद किसी हादसे का इंतजार है। जिस तरह से सड़क के किनारे जगह-जगह रेत के अवैध भंडार बनाए गए हैं, वे किसी न किसी बड़े हादसे को आमंत्रण दे रहे हैं। सड़क के किनारे अवैध रूप से भंडारित की गई रेत का कुछ हिस्सा सड़क में भी आ जाता है। ऐसे में हादसे से इंकार नहीं किया जा सकता है। 
इस तरह खाली होती है ओवर लोड रेत 
जगह-जगह रेत के बनाए गए अवैध भंडार के पीछे ओवरलोड का एक बड़ा खेल है। बताया जाता है कि दूसरे शहरों से रेत लेकर सतना आने वाले वाहनों का जमावड़ा पन्ना रोड में सोहावल बाइपास और सतना -रीवा रोड में मैहर बाइपास के पास लगता है। इन वाहनों में जितनी भी ओवर लोड रेत रहती है। उसे जगह-जगह छोटे -छोटे टुकड़ों में उतारा जाता है।
रेत की डंपिंग के लिए परमीशन का प्रावधान है, नेशनल हाई-वे में जहां भी डंपिंग हो रही है उसकी परमीशन है या नहीं, अगर परमीशन है तो कितने एरिया और कितनी क्षमता की है? इसकी जानकारी माइनिंग विभाग से लेकर रेत का अवैध डंपिंग करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। 
राजेश शाही, एसडीएम रघुराजनगर (शहर)
रेत दूसरे जिलों से आती है जो रयाल्टी पेड होती है, जहां तक अवैध भण्डारण का सवाल है तो 50 घन मीटर तक रेत के भण्डारण के परमीशन की जरूरत नहीं है। यदि इससे ज्यादा का भण्डारण है तो उसकी जांच कर कार्रवाई की जाएगी। ओवर लोड के मामले में परिवहन महकमा कार्रवाई कर सकता है। 
सत्येन्द्र सिंह, खनिज अधिकारी 
नि:संदेह सड़क के किनारे कई स्थानों पर रेत के भंडार इन दिनों देखने में आ रहा है। राजस्व व खनिज महकमे के साथ मिलकर अवैध रूप से रेत का भंडारण करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। 
प्रभा किरण किरो, ट्रैफिक डीएसपी 
हां देखने में आया है शहर के अंदर कई स्थानों पर बालू के अवैध भंडार रोड के किनारे लगे हुए हैं, रेत के ये भंडार किसके हैं इसकी जांच कराकर राजस्व, खनिज, पुलिस और परिवहन विभाग के द्वारा संयुक्त कार्रवाई की जाएगी। 
संजय श्रीवास्तव, आरटीओ 
 
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