सोनम रघुवंशी को नहीं मिली बेल, शिलांग पुलिस की आपत्ति के बाद कोर्ट ने ठुकराई जमानत

राजा मर्डर केस में सोनम रघुवंशी को नहीं मिली बेल, शिलांग पुलिस की आपत्ति के बाद कोर्ट ने ठुकराई जमानत

सोनम रघुवंशी को नहीं मिली बेल, शिलांग पुलिस की आपत्ति के बाद कोर्ट ने ठुकराई जमानत

इंदौर: शहर के बहुचर्चित राजा रघुवंशी हत्याकांड की मुख्य आरोपी सोनम की कोर्ट ने जमानत याचिका खारिज कर दी। उसने जमानत के लिए न्यायालय का दरवाजा खटखटाया था एसआईटी ने मर्डर केस में 790 पेज की चार्जशीट पेश की थी। इसमें सोनम पर लगे आरोपों का जिक्र किया गया है। वहीं, इस हत्याकांड से जुड़े तीन अन्य आरोपी पहले ही जमानत पर बाहर आ चुके हैं। इसके बाद आरोपी सोनम ने जमानत याचिका लगाई थी। शिलांग पुलिस की आपत्ति के बाद याचिका खारिज कर दी गई।

सोनम पर पति की हत्या का आरोप

सोनम पर आरोप है कि उसने अपने प्रेमी राज कुशवाह और तीन अन्य लोगों के साथ मिलकर हनीमून के दौरान ही पति की हत्या की थी। पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार राजा रघुवंशी और सोनम की शादी 11 मई को हुई थी। शादी के कुछ ही दिनों बाद दोनों हनीमून के लिए मेघालय के शिलांग पहुंचे। वहां से वे सोहरा गए। यहां 23 मई को राजा की हत्या की वारदात को अंजाम दिया गया। आरोप है कि सोनम और राज ने पहले से योजना बनाकर धारदार हथियार से राजा की हत्या करवाई।

गहरी खाई में फेंका था शव

राजा रघुवंशी की हत्या करने के बाद शव को खाई में फेंक दिया। दो जून के दिन सोहरा की गहरी खाई से राजा का शव बरामद किया गया। इस वारदात के बाद पुलिस ने आरोपियों की धरपकड़ शुरू की थी। सोनम ने बाद में उत्तर प्रदेश के गाजीपुर में पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया था।

तीन आरोपी जमानत पर हैं बाहर

पुलिस ने इस मामले में अब तक पांच आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की है। सोनम, उसका प्रेमी राज कुशवाह और तीन अन्य लोग हत्या के आरोप में जेल में हैं। वहीं, प्रॉपर्टी डीलर शिलोम जेम्स, लोकेंद्र तोमर और सुरक्षा गार्ड बलबीर सिंह पर सबूत मिटाने का आरोप है। फिलहाल ये तीनों जमानत पर बाहर हैं। 6 सितंबर को मेघालय पुलिस की एसआईटी ने 97 दिन की जांच के बाद 790 पन्नों की चार्जशीट शिलांग कोर्ट में पेश की थी।

सभी आरोपियों को हो फांसी

राजा रघुवंशी के भाई विपिन रघुवंशी ने कहा कि उनका पूरा परिवार चाहता है कि सोनम और राज कुशवाह समेत सभी आरोपियों को फांसी की सजा दी जाए। उन्होंने कहा की पहले गोविंद रघुवंशी कह रहा था कि यदि उसकी बहन दोषी पाई गई तो वह खुद उसे फांसी दिलवाएगा। लेकिन अब वह बदल रहा है और फोन तक नहीं उठा रहा।