किराया वृद्घि: आर-पार के मूड में बस ऑपरेटर

सतना | किराए में साठ फीसदी के इजाफे की मांग को लेकर बस आॅपरेटर सरकार से आर- पार के मूड में हैं। बस आॅपरेटरों का कहना है कि किराया बोर्ड समिति के प्रस्ताव के बावजूद सरकार किराए में वृद्वि के लिए तैयार नहीं है। इस सम्बंध में प्राइम रूट बस आनर्स एसोसिएशन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से चार फरवरी को मिलने जा रहा है। इस दौरान होने वाले निर्णय के बाद ही बस आॅनर्स एसोसिएशन आगे की रणनीति तय करेगा। 

36 माह से नहीं हुआ संशोधन
बस आनर्स एसोसिएशन के पदाधिकारियों का कहना है कि पिछले 36 माह से बसों के किराए में संशोधन नहीं किया गया है। इससे बस आॅपरेटरों को लगातार घाटा उठाना पड़ रहा है। हालत यह है कि व्यवसाय ठप्प होने की कगार पर है। मध्यप्रदेश सरकार द्वारा गठित किराया बोर्ड ने 18 सितम्बर 2020 को किराया बढ़ाने के प्रस्ताव पर निर्णय लिया लेकिन इसके बावजूद परिवहन विभाग किराया बढ़ाने में आना- कानी कर रहा है। बस आॅपरेटरों की मांग है कि किराए में साठ फीसदी की वृद्वि की जाए।

22 मार्च से बसों का संचालन बंद रहा 
कोरोना वायरस के संक्रमण के चलते 22 मार्च से बसों का संचालन बंद था । इसके बाद 15 सितम्बर से बसों को संचालन तो शुरू हुआ पर अब भी बसों को संचालन पटरी पर नहीं आ पाया है। बसों के संचालन को पटरी पर लानें के लिए किराया वृद्वि को जरूरी बताते हुए बस आॅपरेटरों ने कहा है कि यदि किराए में वृद्वि नहीं की जाती तो मजबूरन आंदोलन का रास्ता अख्तियार करना पडेÞगा। 

डीजल के रेट लगातार बढ़े, आमदनी नहीं  
बस आनर्स एसोसियशन के जिला अध्यक्ष कमलेश गौतम का कहना है कि 2018 में बसों के किराए में वृद्वि की गई थी लेकिन तब से आज तक गाड़ियों के पाटर््स के रेट बढ़ गए अन्य खर्चे बड़ गए लेकिन बसों का किराया नहीं बढ़ा। श्री गौतम ने कहा कि जब बसों का किराया बढ़ाया गया था उस डीजल 62 रूपए के करीबन था और आज 86 रूपए से ऊपर हो गया है। यानि की तीन सालों में अकेले डीजल के ही रेट में 24 रूपए प्रति  लीटर से ज्यादा की वृद्वि हो चुकी है। 

किराए में बढ़ोत्तरी जरूरी 
बस आनर्स एसोसिएशन के जिला सचिव बृजेन्द्र सिंह परिहार ने यात्री किराए में वृद्वि को जरूरी बताते हुए कहा कि बसों का संचालन में कितनी दिक्कतें आ रही हैं, इसे सिर्फ एक बस आॅपरेटर ही समझ सकता है। उन्होने कहा कि बसों का सिर्फ संचालन हो रहा है, व्यवसाय नहीं चल रहा है। इसको देखते हुए यात्री किराए में वृद्वि आवश्यक है।