सवर्ण और दलितों के भरोसे भाजपा नगरीय निकाय चुनाव जीतने की कर रही कोशिश

भोपाल | मार्च-अप्रैल में संभावित नगरीय निकाय चुनाव की तैयारियों को लेकर भाजपा जिलाध्यक्षों की बैठक प्रदेश कार्यालय में हुई। इस दौरान सीएम शिवराज सिंह ने कहा कि पार्टी का जितना विस्तार हो चुका है, उसे देखते हुए सहयोग निधि एकत्र करने के लिए जो लक्ष्य रखा गया है, वह बड़ा नहीं है। सभी से मिलें, हर कार्यकर्ता से संपर्क करें, जनप्रतिनिधियों का सहयोग लें और टीम बनाकर योजनाबद्ध तरीके से काम करें, लक्ष्य आसानी से हासिल हो जाएगा। प्रयास करें कि समर्पण दिवस 11 फरवरी तक यह अभियान पूरा हो जाए और 28 जनवरी तक पूरा हिसाब-किताब हो जाए।  

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा हर वर्ग का ध्यान रखना सरकार की जिम्मेदारी है. प्रदेश में एससी-एसटी और ओबीसी आयोग पहले से काम कर रहे हैं, अब सरकार ने सवर्ण आयोग के गठन का फैसला किया है। अब उनके हितों का और ध्यान रखते हुए गरीब सवर्णों के लिए ही ये आयोग बनाया गया है। भाजपा  प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा ने कहा कि जिलाध्यक्षों से कहा कि 11 फरवरी को समर्पण दिवस पर सहयोग निधि एकत्र करने का महाअभियान चलाया जाएगा, जिसकी तैयारी 5 फरवरी से शुरू कर दें।  

जहां प्रयास हुए हैं, वहां अच्छे परिणाम मिले 
पार्टी के जिलाध्यक्षों एवं सहयोग निधि प्रभारियों की बैठक को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री   शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि बीते साल हुए आजीवन सहयोग निधि संग्रहण के काम में हमने देखा है कि जिन जिलों में प्रयास हुए हैं, वहां परिणाम भी अच्छे मिले हैं। शिवराज सिंह ने कहा कि आजीवन सहयोग निधि का लक्ष्य सभी की सहमति से तय किया गया है, इसलिए अब इस काम में पूरी तरह जुट जाएं। 

श्री चौहान ने कहा कि आजीवन सहयोग निधि के काम के लिए एक टीम बनाएं, अपने क्षेत्र के सांसद, विधायकों, जनप्रतिनिधियों और प्रमुख नेताओं को साथ लें और निकल पड़ें। उन्होंने कहा कि पार्टी के काम के लिए सहयोग देने वालों की कमी नहीं है, आप जहां जाएंगे निराश नहीं होंगे। श्री चौहान ने जिलाध्यक्षों से आहृवान किया कि सोशल मीडिया पर हमें पीछे नहीं रहना है इसलिए सभी लोग सोशल मीडिया पर सक्रिय हों, ताकि विरोधियों द्वारा किए जा रहे हर तरह का दुष्प्रचार का जवाब जिला स्तर से दिया जा सके।

लक्ष्य मुश्किल नहीं, लोगों तक पहुंचना जरूरी 
शर्मा ने कहा कि आजीवन सहयोग निधि मूल रूप से मध्यप्रदेश की ही पद्धति है, जिसे संगठन का कामकाज चलाने के लिए पूरे देश में अपनाया गया है। इसलिए आप सभी मध्यप्रदेश को इस मामले में आदर्श राज्य बनाने में जुट जाएं। शर्मा ने केरल का उदाहरण देते हुए कहा कि एक छोटे से राज्य में जहां पार्टी संगठन उतना मजबूत नहीं है, वहां से जब अच्छी खासी सहयोगनिधि जुटाई जा सकती है, तो मध्यप्रदेश से क्यों नहीं?

दिल्ली हिंसा में राहुल की भूमिका की जांच हो
वीडी शर्मा ने कहा- राहुल गांधी ने प्रेस कॉन्प्रेंस करके कहा था कि खून की खेती हो रही है, तो क्या यही खून की खेती हो रही थी। ये सब कराने के लिए कांग्रेस नेताओं ने तथाकथित वामपंथियों ने देश को दुनिया में बदनाम करने की कोशिश की। उन्होंने कहा कि इस पूरे मामले में राहुल गांधी की क्या भूमिका थी मैं मांग करूंगा की इसकी जांच की जाए। दिल्ली पुलिस जवानों ने जिस संयम का परिचय दिया उसके लिए उनकी तारीफ होनी चाहिए।