75 लीगल सेम्पल किए गए कलेक्ट, रिपोर्ट का इंतजार

रीवा | प्रदेश सरकार द्वारा चलाए जा रहे मिलावट मुक्त अभियान के तहत जिले में भी ताबड़तोड़ कार्रवाई की गई है। दो माह के अंतराल में 75 लीगल सेंपल कलेक्ट किए गए हैं, जिसकी जांच रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है। सभी सेंपल भोपाल के राज्य प्रयोगशाला भेजे गए हैं। इधर अभियान अभी भी जारी है, जिससे मिलावखोरी करने वाले व्यापारियों पर हड़कंप मचा हुआ है। 

मिलावटखोरी पर अंकुश लगाने के लिए प्रदेश सरकार द्वारा विशेष अभियान चलाया जा रहा है। सरकार ने सभी जिला कलेक्टर को लिखित आदेश जारी कर ज्यादा से ज्यादा जांच करने को कहा है। इसके लिए रीवा जिले को चलित प्रयोगशाला (फूड सेफ्टी आॅन व्हील्स) भी दी गई है। लिहाजा खाद्य एवं औषधि विभाग लगातार कार्रवाई भी कर रहा है। बताया जा रहा है कि दो माह के दौरान विभाग द्वारा करीब सवार 6 सौ सेंपलिंग की कार्रवाई की गई है।

इसमें से 760 जांच चलित प्रयोग शाला से की गई हैं। जबकि 75 लीगल नमूने लेकर राज्य प्रयोगशाला भेजे गए हैं। लीगल जांच की रिपोर्ट आना बाकी है। ये सेंपल फिलहाल राज्य प्रयोगशाला भोपाल में डंप पड़े हैं। कहा जा रहा है कि यहां से रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। इधर खाद्य एवं औषधि विभाग की शुरू ताबड़तोड़ कार्रवाई से मिलावखोरी पर अमादा कारोबारियों के बीच खलबली मची हुई है। विभाग भी ऐसे कारोबारियों पर नजर बनाए हुए हैं।

मुख्यमंत्री ने कार्रवाई को सराहा
जिले में मिलावट मुक्त अभियान के तहत जिस तरह से कार्रवाई की गई है, उसे प्रदेश के मुखिया शिवराज सिंह चौहान ने सराहा है। बताया जा रहा है कि रीवा में इस तरह की कार्रवाई पहले नहीं हुई है। इसे जारी रखने का आदेश भी मुख्यमंत्री ने कलेक्टर इलैयाराजा टी को दिया है।

खाद्य एवं औषधि विभाग ने चोरहटा उद्योग विहार स्थित समीर फूड्स एवं पूजा आॅयल एवं दाल मिल में भी कार्रवाई किया था। यहां पर अमानक स्तर के खाद्य पदार्थ पाए गए थे, साथ ही मिलावट खोरी भी बहुतायत तौर पर मिली थी। लिहाजा इन प्रतिष्ठान के संचालकों के खिलाफ चोरहटा थाना में एफआईआर भी दर्ज कराई जा चुकी है। बताया गया है कि इस तरह की कार्रवाई आगे भी जारी रहेगी। जितने भी व्यापारी इस तरह के कारोबार करते मिलेंगे, उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई जाएगी।

विभाग से मिली जानकारी के अनुसार चलित प्रयोगशाला से 760 नमूनों की सर्विलेंस जांच की गई है। इसमें 25 नमूने मानक पर खरे नहीं उतरे थे। इनमें मिलावट तो नहीं, लेकिन मानक सही नहीं पाए गए थे। लिहाजा इन व्यापारियों को नोटिस जारी कर सुधार करने के लिए कहा गया है। साथ ही चेतावनी दी गई है कि यदि दोबारा ऐसा मिला तो उनके खिलाफ लीगल सेंपलिंग की कार्रवाई की जाएगी।

मिलावट मुक्त अभियान के तहत जिले में करीब सवा 8 सौ सेंपलिंग की कार्रवाई की गई है। इसमें 75 लीगल सेंपल शामिल हैं, जिसे जांच के लिए राज्य प्रयोगशाला भोपाल भेजा गया है। जिनकी रिपोर्ट आने पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। यह अभियान आगे भी इसी तरह से जारी रहेगा।
शाबिर अली, जिला खाद्य एवं औषधि अधिकारी रीवा