Rewa gang rape: पहले नशे की गोली खिलाई फिर किया गैंग रेप
मध्य प्रदेश के रीवा शहर से दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है. दरअसल हाल ही में शहर के संजय गांधी अस्पताल से नाबालिक के साथ गैंग रेप का मामला सामने आया है. घटना के बाद से पीड़िता ने इसका विरोध नहीं किया था और न ही पुलिस में कोई शिकायत दर्ज की थी. लेकिन घटना के तीन दिन बाद आखिरकार पीडिता और उसकी मां ने केस को लेकर अपनी चुप्पी तोड़ दी है. पीडिता का कहना है की 4 से 5 लोगों ने मिलकर उसके साथ दुष्कर्म किया हैं.

मध्य प्रदेश के रीवा शहर से दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है. दरअसल हाल ही में शहर के संजय गांधी अस्पताल से नाबालिक के साथ गैंग रेप का मामला सामने आया है. घटना के बाद से पीड़िता ने इसका विरोध नहीं किया था और न ही पुलिस में कोई शिकायत दर्ज की थी. लेकिन घटना के तीन दिन बाद आखिरकार पीडिता और उसकी मां ने केस को लेकर अपनी चुप्पी तोड़ दी है. पीडिता का कहना है की 4 से 5 लोगों ने मिलकर उसके साथ दुष्कर्म किया हैं.
क्या है पूरा मामला..?
ये घटना 8 और 9 जून की रात की है. एक नाबालिक अपने मां के आंख का इलाज कराने के लिए संजय गांधी अस्पताल में भर्ती थी. जानकरी के लिए बता दे की यहां भी एक ट्विस्ट है, पीडिता की मां का कहना है की कई दिनों से उसे अस्पताल में एडमिट किया गया था और इलाज को टाला जा रहा था. इस बीच महेंद्र नाम के एक वार्ड बॉय ने पीडिता के साथ नजदीकियां बढ़ने की कोशिश की.
पीडिता का कहना है की..
महेंद्र ने फोटोज वायरल करने की दी धमकी..
फिर महेंद्र ने मेरे स्टेटस से फोटो लेकर उसकी अश्लील फोटोज बनायीं और मुझे ब्लैकमेल करने लगा. 8 जून की बात है मेरे गले में बोहोत दर्द हो रहा था मैंने महेंद्र से गले दर्द की दवाई मांगी. उसने मुझे 2 टेबलेट ला कर दी उसने कहा की एक सुबह और एक शाम को खा लेना. शाम को दावा खाने के बाद मेरी तबियत बिगड़ने लगी मुझे होश नहीं था.
अस्पताल और पुलिस प्रशासन पर गंभीर आरोप
पीड़िता और उसके परिवार का आरोप है कि अस्पताल प्रशासन ने लगभग एक महीने से अधिक समय तक पीड़िता को जबरन भर्ती रखा. आंखों के ऑपरेशन को बार-बार टाला जाता रहा. इस पूरे मामले में पुलिस का रवैया भी सवालों के घेरे में है. पीड़िता के परिजनों ने बताया कि पुलिस रात भर उन्हें टहलाती रही. जब लड़की अपने मामा के घर गई, तो पुलिसकर्मियों ने उसे धमकी दी, जिसके बाद वह डरकर ऑटो से रीवा लौटी.
परिजनों का आरोप है कि पुलिस प्रशासन लगातार उन पर दबाव डालता रहा कि वे एक विशेष बयान दें और मीडिया के सामने न जाएं. अस्पताल प्रबंधन ने उनसे यह भी लिखवाया कि वे कोई कार्रवाई नहीं चाहते हैं.
खुलेआम घूम रहे तीनों आरोपी
इस मामले में अब तक केवल एक आरोपी वार्ड बॉय महेंद्र को हिरासत में लिया गया है, जबकि अन्य तीनों आरोपी अभी भी खुलेआम घूम रहे हैं। पीड़िता के परिवार ने ऐसे अपराधियों को फांसी दिए जाने और उनके घरों को तोड़ने की मांग की है, ताकि दूसरों को सबक मिले और भविष्य में ऐसी घटनाएं दोहराई न जाएं।
इस मामले को लेकर रीवा के एसपी विवेक सिंह का कहना है की जैसे ही हमें घटना की जानकारी मिली थी वैसे ही हमने पीड़िता के परिवार वालों से फ़ोन पर बात की थी और एफआईआर दर्ज कराने की भी बात कही थी लेकिन उस समय पीड़िता के परिवार वालों ने कोई भी बयान देने या आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज करने को लेकर मना कर दिया था और कह दिया था की हमारे साथ कुछ भी नहीं हुआ हैं. उसके ठीक अगले दिन हमने अपनी टीम उनके घर भेजी तो वहां हमें कोई नहीं मिला. फिर 1 बजे हमें हॉस्पिटल से एक लिखित सूचना आई की यहां पर एक महिला को एडमिट किया गया था. जिसकी लड़की के साथ 2 व्यक्तियों द्वारा सेक्सुअल असौल्ट का मामला सामने आया हैं.
पीड़िता के बयान के बाद हमने पुरानी IPC की धारा 354 के तहत केस दर्ज किया. हमें हॉस्पिटल से कुछ CCTV फुटेज भी मिली है जिसमे हमने देखा की लड़की पुरे होश हवास में अकेले रात को हॉस्पिटल से बाहर गयी थी और फिर वापस होश में ही हॉस्पिटल आई थी. लेकिन थोड़े देर बाद जब उसकी मां और भाई ने देखा तो वो बेहोश हो गयी.
इस तरह पुलिस लगातार मामले की जांच कर रही है साथ ही पुलिस ने पॉक्सो एक्ट के तहत मामला दर्ज कर लिया है.