पुराने सिक्कों के नाम पर लाखों की लालच, साइबर ठगों ने वाहन चालक से ठगे हजारों रुपये

बैकुंठपुर थाना क्षेत्र में एक वाहन चालक साइबर ठगी का शिकार हो गया। ठगों ने व्हाट्सएप के जरिए पुराने सिक्कों के बदले 15 लाख रुपये देने का झांसा देकर उससे हजारों रुपये वसूल लिए। जीएसटी, ट्रांजैक्शन फीस और रजिस्ट्रेशन जैसे फर्जी बहानों के नाम पर पहले 600, फिर 5,000 रुपये ठगों के बताए खाते में ट्रांसफर कराए गए। जब तीसरी बार रकम मांगी गई, तो चालक को शंका हुई और उसने वाहन मालिक को जानकारी दी।

पुराने सिक्कों के नाम पर लाखों की लालच, साइबर ठगों ने वाहन चालक से ठगे हजारों रुपये

पुराने सिक्कों के बदले लाखों रुपए दिलाने का लालच देकर बैकुंठपुर थाना क्षेत्र के एक वाहन चालक से साइबर ठगों ने हजारों रुपए ठग लिए। जीएसटी और कागजी प्रक्रिया के नाम पर चालक से कई बार पैसों की मांग की गई, और जब उसने इनकार किया, तो उसे FIR और गिरफ्तारी की धमकी दी गई।

पीड़ित चालक डर और तनाव में था, लेकिन समय रहते वाहन मालिक की सतर्कता से बड़ा नुकसान होने से बच गया। घटना बैकुंठपुर थाना अंतर्गत ग्राम तेंदून की है, जहां रहने वाला रंजीत पेशे से एक वाहन चालक है। जानकारी के मुताबिक, ठगों ने व्हाट्सएप के जरिए उससे पुराने सिक्कों की तस्वीरें मंगवाईं और दावा किया कि उनके बदले 15 लाख रुपए मिल सकते हैं।

इसके बाद उन्होंने रकम देने के लिए जीएसटी, ट्रांजैक्शन फीस और रजिस्ट्रेशन जैसे फर्जी बहाने बनाकर रकम मांगनी शुरू की। शुरुआत में पीड़ित ने 600 रुपए, फिर 5,000 रुपए ठगों के बताए बैंक खाते में ट्रांसफर कर दिए। जब तीसरी बार पैसे मांगे गए, तो उसे शंका हुई और उसने यह बात अपने वाहन मालिक को बताई।

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चालक की बात सुनकर वाहन मालिक ने स्थिति की गंभीरता को समझा और उसे लेकर सीधे बैकुंठपुर थाने पहुंचे। वहां उन्होंने साइबर ठगी की पूरी जानकारी पुलिस को दी। पुलिस ने तत्काल मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। बैकुंठपुर थाना पुलिस ने बताया कि मामला दर्ज कर लिया गया है और तकनीकी माध्यमों से आरोपियों की पहचान करने का प्रयास जारी है।

प्रारंभिक जांच में यह सामने आया है कि यह कार्य एक संगठित साइबर ठग गिरोह का हो सकता है, जो सोशल मीडिया के माध्यम से भोले-भाले लोगों को निशाना बनाते हैं।

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डराने के लिए भेजा गया फर्जी RBI नोटिस

पीड़ित चालक ने बताया कि जब उसने पैसे देने से मना किया, तो उसे कॉल और व्हाट्सएप के जरिए धमकियां मिलने लगीं। आरोपी खुद को सरकारी अधिकारी बताकर कहने लगे कि यदि उसने पैसे नहीं भेजे तो उसके खिलाफ एफआईआर होगी और उसे जेल जाना पड़ेगा। इतना ही नहीं, उसे एक फर्जी आरबीआई नोटिस भी भेजा गया जिससे वह और ज्यादा डर गया।  

रीवा में दो महीने पहले हुई थी आत्महत्या

गौरतलब है कि दो माह पूर्व रीवा शहर के सिटी कोतवाली थाना क्षेत्र के चौपड़ा स्कूल के पास भी एक व्यक्ति इसी तरह के साइबर फ्रॉड का शिकार हुआ था। धोखाधड़ी के बाद मानसिक तनाव में आकर उसने खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली थी। यह ताजा मामला उसी तरह की धोखाधड़ी की पुनरावृत्ति है।