सड़क में उतरा परिवहन अमला: एक बस हुई जब्त, 46 यात्री बसों से 83 हजार वसूला
रीवा | शहर से विभिन्न मार्गों पर चलने वाली यात्री बसों एवं अन्य वाहनों का विशेष चेकिंग अभियान गुरुवार को चलाया गया। परिवहन आयुक्त एवं कलेक्टर के आदेशानुसार की जा रही इस चेकिंग में एक यात्री वाहन बगैर परमिट के पाई गई है जिसे जब्त कर लिया गया है। वहीं 46 यात्री वाहनों से 83 हजार 750 रुपए का राजस्व वसूला गया है। परिवहन द्वारा की जा रही वाहन की चेकिंग के दौरान में अब तक 70 यात्री वाहनों की जांच की गई है। जिसमें 26 वाहनों के विरूद्ध चालानी कार्रवाई भी की गई है। बताया गया कि अभी निरंतर कार्रवाई जारी रहेगी। गुरुवार को रीवा-सीधी चाकघाट, हनुमना और नौवस्ता मार्ग पर की गई।
परिवहन उपायुक्त ने भी संभाली कमान
सीधी बस हादसे का निरीक्षण करने बुधवार को पहुंचे परिवहन उपायुक्त ने घटना स्थल का मुआयना करने के बाद गुरुवार को रीवा पहुंच कर आरटीओ दफ्तर में अधिकारियों के साथ बैठक की है। बताया गया है कि विभिन्न सड़क मार्ग पर चलने वाली यात्री बसों एवं वाहनों की सघन चेकिंग करने का निर्देश दिया है। गुरुवार को वह खुद जिला परिवहन मनीष त्रिपाठी के साथ चेकिंग प्वाइंट पर पहुंच कर वाहनों के कागजात एवं यात्री बसों में यात्रा कर रहे सवारियों की जांच की है। परिवहन उपायुक्त अरूण सिंह द्वारा एक बस का फिटनेस भी निरस्त किया गया है। बताया गया है कि इस यात्री बस के पिछले भाग में शीशे के स्थान पर जाली लगी पाई गई थी। उक्त बस का आपातकालीन द्वार भी नहीं था। ऐसे में उसका फिटनेस निरस्त कर दिया है।
कार्रवाई में पुलिस भी जुटी
यात्री बसों की फिटनेस एवं परमिट की जांच करने परिवहन विभाग के अधिकारियों के अलावा जिला पुलिस बल के अधिकारी भी जुट गए है। बस स्टैण्ड से सतना, शहडोल एवं प्रयागराज तथा सिरमौर की ओर चलने वाली यात्री बसों का गुरुवार को निरीक्षण कर दस्तावेज देखें गए हैं। इतना ही नहीं पुलिस विभाग के अधिकारी खुद बसों में चढ़कर यह देख रहे थे कि उक्त बस में कितनी सवारियां बैठाई गई है। जांच के दौरान कई बसें देरी तक खड़ी रही है।
गौर करने वाली बात यह है कि बस स्टैंड से अपने गंतव्य को जाने वाली यात्री बसें भले ही यहां से सीट के मुताबिक सवारियां बैेठा रही हो परन्तु रास्ते में यह क्षमता से अधिक सवारी बैठाते हैं। ऐसी स्थिति में रीवा से गंतव्य मार्ग तक पहुंचने के बीच जितने भी बस स्टैंड बनाये गये है वहां पर बस में बैठाई गई सवारियों की जांच के बाद ही ओव्हर लोडिंग को रोका जा सकता है। सीधी बस हादसे के बाद भले ही परिवहन विभाग एवं पुलिस के अधिकारी वाहनों की चेकिंग में दिन रात एक कर रहे हैं। वहीं वाहन माफिया भी चेकिंग अभियान के इस तोड़ को सुलझा लेंगे।