हड़ताल: 26 को थम सकते हैं बसों के पहिए, ऑपरेटरों ने दी चेतावनी
सतना। बस आॅपरेटर अपनी तीन सूत्रीय मांगों को लेकर 26 फरवरी को एक दिवसीय हड़ताल पर जा सकते हैं। मौजूदा समय में चल रही परिवहन महकमे की जांच व अन्य मांगों को लेकर एक दिन की हड़ताल पर जाने का निर्णय प्राइम रूट बस आॅनर्स एसोसिएशन के आहृवान पर लिया जा रहा है। बस आॅपरेटरों का आरोप है कि परिवहन विभाग सीधी बस हादसे के बाद बसों की जांच परिवहन नियमों के प्रतिकूल करते हुए बस आॅपरेटरों को प्रताड़ित कर रहा है जिस पर रोक लगाई जाए। बस आॅपरेटरों की दो अन्य मांगों में डीजल- पेट्रोल को जीएसटी में शामिल किए जाने की मांग भी शामिल है।
तीन साल से नहीं बढ़ा किराया, डीजल के रेट में 32 रुपए की वृद्धि
बस आॅनर्स एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष कमलेश गौतम ने बस आॅपरेटरों की हड़ताल के संबंध में कहा है कि 26 फरवरी को एक दिन के लिए बसों के पहिए थमेंगे या नहीं, इस बात का निर्णय गुरुवार को लिया जाएगा लेकिन यह तय है कि हड़ताल होगी। उन्होंने कहा कि प्राइम रूट बस आॅनर्स एसोसिएशन के प्रांतीय इकाई की मांग है कि बसों के किराए में वृद्धि की जाए। 2018 में बसों के किराए में वृद्धि की गई थी इसके बाद से किराए में वृद्धि की कई बार मांग की गई लेकिन किराए में वृद्धि नहीं हुई। इस बीच 2018 से अब तक 32 रुपए की वृद्धि हो चुकी है। 58 रुपए मिलने वाला डीजल अब 90 रुपए मिल रहा है।