सीधी बस दुर्घटना: तीसरे दिन भी रेस्क्यू जारी, लापता यात्रियों की खोज करने नहर में उतरी सेना

सीधी | बस दुर्घटना में लापता व्यक्तियों की नहर सुरंग में खोज कराने के लिये प्रदेश के मुख्य सचिव को मुख्यमंत्री ने निर्देश दिये थे। 16 फरवरी को भीषण बस दुर्घटना में हुई 51 व्यक्तियों की मौत के बाद अभी कुछ व्यक्तियों के लापता होने की आशंका है। एनडीआरएफ तथा एसडीआरएफ का दल एवं पुलिस होमगार्ड के जवान लगातार राहत एवं बचाव कार्य में लगे हुए हैं। गौर करने वाली बात यह है कि नहर का पानी दो किलोमीटर से अधिक लम्बी सुरंग से रीवा जिले की ओर जाता है।

भूमिगत सुरंग में बचाव कार्य के लिये भारतीय सेना की मदद ली जा रही है। बचाव कार्य में सहयोग के लिये प्रयागराज से 19 इंजीनियरिंग रेजीमेंट के मेजर जीतेश नहर सुरंग में पहुंच गये हैं। उनके द्वारा बचाव कार्य के लिये आवश्यक तैयारियां की जा रही हैं। कलेक्टर रवीन्द्र कुमार चौधरी तथा पुलिस अधीक्षक पंकज कुमावत द्वारा मौके पर पहुंचकर राहत एवं बचाव कार्य की सतत निगरानी की जा रही है।  

सीधी एसडीएम करेंगे बस दुर्घटना की मजिस्ट्रियल जांच
मंगलवार को सरदा पटना गांव के पास बाणसागर की मुख्य नहर में बस क्रमांक एमपी 19 पी 1882 गिर गई थी। इस दुर्घटना में आधा सैकड़ा से ज्यादा व्यक्तियों की दुखद मौत हो गई थी। संभागायुक्त राजेश कुमार जैन ने घटना की मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दिये हैं। दुर्घटना के कारणों की जांच अपर कलेक्टर एवं एडीएम हर्षल पंचोली करेंगे। जारी आदेश के अनुसार दुर्घटना की परिस्थितियों, दुर्घटना के लिये कौन-कौन उत्तरदायी हैं तथा भविष्य में इस तरह की घटना न हो इसके लिये आवश्यक सुझाव के बिन्दु निर्धारित किये गये हैं। एडीएम को 15 दिवस में जांच प्रतिवेदन प्रस्तुत करने के निर्देश दिये गये हैं।