अभी सुविधा नहीं, एस्केलेटर की हुई टेस्टिंग
सतना | महानगरों के स्टेशनों की तर्ज पर सतना स्टेशन में स्वचलित सीढ़ी (एस्केलर) की सुविधा के लिए अभी यात्रियों को एक माह का और इंतजार करना होगा। इस माह भी रेलवे यह सुविधा उपलब्ध नहीं करा पाएगा। उल्लेखनीय है कि पिछले चार साल पहले रेलवे ने स्टेशन के प्लेटफार्म क्र. 1 में एस्केलेटर लगाने का कार्य शुरू किया था। यह सुविधा अभी तक यात्रियों को नसीब नहीं हो पाई है। बताया गया कि एस्केलेटर तो लगा दिया गया है और एक बार चला कर भी देखा गया है लेकिन जब तक एस्केलेटर के ऊपर शेड नहीं बन जाता तब तक यह स्वचलित सीढ़ी की सुविधा नहीं मिलेगी। अधिकारियों के अनुसार शेड के लगने से एस्केलेटर के साथ-साथ यात्रियों को भी धूप-पानी से बचाया जा सकता है।
कछुआ गति से काम
सतना स्टेशन में एस्केलेटर का काम कछुआ गति से चल रहा है। 2017 में जोर-शोर से एस्केलेटर का काम शुरू करने का दावा किया गया था। वर्ष 2018 में एस्केलेटर का काम पूरा हो जाना था लेकिन स्वीकृति के बाद रेलवे ने सतना जंक्शन के एस्केलेटर को भुला दिया। पिछले साल दिसंबर माह में एक बार रुका काम शुरू हुआ है।
सिविल इंजीनियरिंग का काम
बताया जाता है कि एस्केलेटर के सेट-अप करने का कार्य इलेक्ट्रिक डिपार्टमेन्ट का था। अब शेड का कार्य सिविल इजीनरिंग विभाग का बताया जा रहा है। रेलवे अधिकारियों के अनुसार शेड बनाने में समय लग सकता है। इसके बाद एस्केलेटर की फाइन टेस्टिंग की जाएगी और फिर यात्रियों का इसमें फास्ट मूवमेंट हो सकेगा।
प्लेटफार्म 2-3 में लगेगी लिफ्ट
सतना स्टेशन के प्लेटफार्म 2-3 में भी रेलवे लिफ्ट लगाने की तैयारी में है। बताया जाता है कि दोनों एफओबी में लिफ्ट की संभावनाएं देखी जाएगी। अभी सतना स्टेशन के प्लेटफार्म एक में ही एक लिफ्ट लगी है जबकि मैहर में 2 और रीवा में एक है।