MP News: सीआरपीएफ है तो विजय सुनिश्चित है : अमित शाह
केंद्रीय गृह मंत्री शाह ने कहा कि सीआरपीएफ की स्थापना से अब तक 2264 जवानों ने देश की सुरक्षा के लिए बलिदान दिया है। उन सभी शहीदों के परिवार को मैं कहना चाहता हूं कि देश 2047 में सर्वोच्च बनने की दिशा में आगे बढ़ रहा है। इसमें आपके परिवारजन के बलिदान का बड़ा योगदान है। सीआरपीएफ के महानिदेशक ज्ञानेंद्र प्रताप सिंह ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में भी कोबरा बटालियन का गठन किया जाएगा।
NEEMUCH. केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के 86वें स्थापना दविस समारोह के तहत मध्यप्रदेश के नीमच में राइजिंग-डे यानी दिवस परेड का आयोजन किया गया। गुरुवार सुबह केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने सीआरपीएफ दिवस परेड का निरीक्षण किया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने कहा कि जब भी देश में संकट आता है, सीआरपीएफ सबसे पहले मोर्चा संभालती है, जिससे विजय सुनिश्चित होती है। उन्होंने शहीद स्थल पर वीर बलिदानियों को श्रद्धांजलि देकर वीरता पदक वितरित किए। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि 31 मार्च 2026 तक देश से नक्सलवाद का खात्मा हो जाएगा और सीएपीएफ तथा सीआरपीएफ, खासकर इसकी कोबरा (कमांडो बटालियन फॉर रेजोल्यूट एक्शन) इकाई इसमें अहम भूमिका निभाएगी। उन्होंने कहा कि सीआरपीएफ ने देश की एकता और अखंडता बनाए रखने में कोई कसर नहीं छोड़ी। जब भी देश में कहीं भी अशांति होती है। गृहमंत्री होने के नाते मुझे पता चलता है कि सीआरपीएफ का जवान वहां मौजूद है तो मैं निश्चिंत होकर काम करता हूं। मुझे भरोसा है कि सीआरपीएफ है तो विजय सुनिश्चित हैं। समारोह में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव भी शामिल हुए। नीमच जिले की प्रभारी मंत्री निर्मला भूरिया, सांसद सुधीर गुप्ता सहित अन्य जनप्रतिनिधि भी समारोह में उपस्थित रहे।
2264 जवानों ने दिया बलिदान
केंद्रीय गृह मंत्री शाह ने कहा कि सीआरपीएफ की स्थापना से अब तक 2264 जवानों ने देश की सुरक्षा के लिए बलिदान दिया है। उन सभी शहीदों के परिवार को मैं कहना चाहता हूं कि देश 2047 में सर्वोच्च बनने की दिशा में आगे बढ़ रहा है। इसमें आपके परिवारजन के बलिदान का बड़ा योगदान है। सीआरपीएफ के महानिदेशक ज्ञानेंद्र प्रताप सिंह ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में भी कोबरा बटालियन का गठन किया जाएगा।
सरदार पटेल ने दिया था सीआरपीएफ नाम
सीआरपीएफ दिवस हर साल 19 मार्च को मनाया जाता है, क्योंकि इसी दिन वर्ष 1950 में तत्कालीन गृह मंत्री सरदार वल्लभ भाई पटेल ने बल को ध्वज प्रदान किया था। इस वर्ष परेड 17 अप्रैल को विस्तारित समारोहों के तहत की जा रही है। नीमच का ऐतिहासिक मूल्य भी इस अवसर पर विशेष महत्व रखता है। यहां 27 जुलाई 1939 को ब्रिटिश शासन काल में ‘क्राउन रिप्रेजेंटेटिव पुलिस’ की स्थापना की गई थी, जिसे स्वतंत्रता के बाद 28 दिसंबर 1949 को देश के पहले गृह मंत्री सरदार वल्लभ भाई पटेल ने सेंट्रल रिजर्व पुलिस फोर्स (सीआरपीएफ) नाम दिया।
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