COVID-19 : फिर लौट रहा कोरोना वायरस! JN.1 ने बढ़ाई चिंता
भारत में हाल के हफ्तों में नए COVID-19 मामलों में बढ़ोतरी देखी गई है। स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के अनुसार, फिलहाल देश में 257 सक्रिय कोरोना वायरस मामले हैं

Covid Comeback: भारत में हाल के हफ्तों में नए COVID-19 मामलों में बढ़ोतरी देखी गई है। स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के अनुसार, फिलहाल देश में 257 सक्रिय कोरोना वायरस मामले हैं,इनमें केरल, महाराष्ट्र और तमिलनाडु में सबसे अधिक मामले दर्ज किए गए हैं। केरल में पिछले एक सप्ताह में 69 नए मामले सामने आए हैं। महाराष्ट्र में 44 मामले, और तमिलनाडु में 34 मामले दर्ज किए गए हैं। अन्य राज्यों की बात करें तो कर्नाटक में 8 मामले, गुजरात में 6, दिल्ली में 3, जबकि हरियाणा, राजस्थान और सिक्किम में 1-1 मामला दर्ज किया गया है।
स्वास्थ्य अधिकारियों ने जनता से शांत रहने की अपील की है और कहा है कि फिलहाल COVID-19 की स्थिति नियंत्रण में है। हालांकि, यह वृद्धि ऐसे समय में देखी जा रही है जब दक्षिण-पूर्वी एशिया के कई देशों में संक्रमण के मामलों में फिर से तेजी आ रही है। नया वेरिएंट JN.1, जो ओमिक्रॉन का ही एक सबवेरिएंट है, भारत सहित कई देशों में मामलों में वृद्धि का कारण बन रहा है।स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि भारत में जनसामान्य में घटती रोग प्रतिरोधक क्षमता (इम्युनिटी) के कारण कोविड-19 की एक नई लहर देखने को मिल सकती है। और JN.1 अन्य ओमिक्रॉन वेरिएंट्स की तुलना में अधिक तेजी से फैलता है।
क्या नया वेरिएंट ज्यादा खतरनाक है?
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने JN.1 को “Variant of Interest” यानी निगरानी योग्य वेरिएंट घोषित किया है, लेकिन इसे "Variant of Concern" नहीं माना गया है। इसका मतलब है कि यह वेरिएंट फिलहाल कोई गंभीर वैश्विक खतरा नहीं है, लेकिन इसके प्रसार पर नजर रखी जा रही है।
JN.1 वेरिएंट के लक्षण ओमिक्रॉन से मिलते-जुलते हैं,
जैसे:
• बुखार।
• गला खराब या खराश।
• बहती नाक।
• सिरदर्द।
• थकान और मांसपेशियों में कमजोरी।
• कुछ मामलों में दस्त और उल्टी जैसी पाचन संबंधी समस्याएं।
स्थिति कितनी गंभीर है?
भारत में अधिकांश मामले हल्के हैं, और अस्पताल में भर्ती की दर कम है। सक्रिय मामलों की संख्या 250 से अधिक है। सरकार और स्वास्थ्य एजेंसियों ने कहा है कि स्थिति नियंत्रण में है, लेकिन सतर्क रहना जरूरी है।
क्या वैक्सीन काम करेगी?
मौजूदा टीके JN.1 के खिलाफ कुछ हद तक सुरक्षा प्रदान करते हैं। अभी तक किसी अतिरिक्त बूस्टर डोज की आवश्यकता की सिफारिश नहीं की गई है।
क्या करना चाहिए?
मास्क पहनें, भीड़ से बचें और हाथ धोते रहें।
यदि लक्षण दो दिन से ज्यादा बने रहें, तो COVID-19 की जांच करवाएं।
बुजुर्ग और पहले से बीमार लोगों को विशेष सावधानी बरतनी चाहिए।
भारत में COVID-19 की स्थिति फिलहाल चिंता का विषय नहीं है, लेकिन सावधानी और सतर्कता जरूरी है। नया वेरिएंट JN.1 तेजी से फैलता है, लेकिन इसके लक्षण सामान्य हैं और अकसर लोग बिना किसी बड़ी समस्या के ठीक हो रहे हैं।