भाजपा मंडल अध्यक्ष निकला नकली सीमेंट का कारोबारी

सतना | सत्ताधारी दल का एक पदाधिकारी नकली सीमेंट बनाने वालों का सरगना निकला। इसका खुलासा बीती रात तब हुआ जब मैहर एसडीओपी की अगुवाई में अमदरा पुलिस  थाना क्षेत्र के ढाबों में अवैध शराब और डीजल की मौजूदगी की जांच कर रही थी। एसडीओपी हिमाली सोनी के नेतृत्व में हुई कार्रवाई में पुलिस ने अमदरा भाजपा मंडल के अध्यक्ष वीरेंद्र यादव के कार्यालय की बिल्डिंग से एसीसी सीमेन्ट की बोरियां, राखड़, कोयला , तौल कांटा समेत अन्य कई ऐसी सामग्री बरामद की है जिससे नकली सीमेंट तैयार कर पैकिंग की जा रही थी।

स्थानीय प्रशासन की मिलीभगत से विगत कई सालों से चल रहे इस खेल को राजनीतिक व प्रशासनिक संरक्षण की संभावना से भी इंकार नहीं किया जा सकता है। पुलिस द्वारा की गई कार्रवाई में जिस मंडल अध्यक्ष वीरेंद्र यादव का नाम आया है वह सत्तापक्ष के  मैहर व जिले के रसूखदार सियासतदारों का करीबी रहा है। भाजपा के हर कार्यक्रम में प्रभावी मौजूदगी दर्ज कराने वाले वीरेंद्र यादव के नकली सीमेंट कारोबारी के तौर पर एक्सपोज होने के बाद यह देखना दिलचस्प होगा कि उस पर क्या कार्रवाई की जाती है? फिलहाल पुलिस ने आरोपी वीरेंद्र यादव के खिलाफ प्रकरण दर्ज कर उसकी तलाश शुरू कर दी है। छापामार कार्रवाई की भनक लगते ही भाजपा मंडल अध्यक्ष फरार हो गया है। 

पुलिस ने मंडल अध्यक्ष वीरेंद्र यादव कार्यालय में ग्रामीणों की शिकायत पर दबिश दी। पुलिस मौके पर भारी मात्रा में कार्यालय भवन में रखी एसीसी सीमेंट की बोरियां रखी देखकर हैरान रह गई। पुलिस ने जब सघन छानबीन की तो मौके पर  राखड़ मिलाकर पैकिंग करते श्रमिक मिले। इसकेअलावा  मौके पर तौल काटा , सिलाई मशीन, टैगकटर भी बरामद  हुआ। इन उपकरणों की मदद से बोरियों में राखड़ मिली सीमेंट पैक की जाती थी ।

बताया जाता है कि सीमेंट कारोबार के जालसाज इतनी सफाई से काम करते थे कि असली सीमेंट की बोरियां इन बोरियों के आगे नकली लगती थी। बताया जाता है कि हूबहू सीमेंट कंपनी की तरह असली दिखने वाली बोरियां तैयार कर जालसाज राखड़, कोयले का चूरा व अन्य सामग्री मिलाकर इनमें पैक कर देते थे। बताया जाता है कि सत्ताधारी दल से जुड़ा होने के कारण दबाव बनाकर यह सीमेंट सरकारी निर्माण कार्य करने वाले ठेकेदारों को सप्लाई कर दी जाती थी।

शिकायतकर्ताओं की मानें तो यह गोरखधंधा कई सालों से चल रहा है जिसकी खबर स्थानीय अमले को थी लेकिन सांठ-गांठ व प्रभाव से इस गोरखधंधे को नजरंदाज कियाजाता रहा। अंतत: ग्रामीणों ने इसकी शिकायत एसडीओपी हिमाली सोनी से की जिन्होने रणनीति बनाकर दापामार कार्रवाई की और मंडल अध्यक्ष के रसूख को ताक पर रखकर नकली सीमेंट के कारोबार को उजागर कर दिया। 

इसलिए दरक जाते हैं सरकारी निर्माण कार्य 
पुलिस सूत्रों की मानें तो आरोपी अपने प्रभाव का इस्तेमाल कर नकली सीमेंट तैयार कराता था और उन्हें ब्रांडेड कंपनियों की बोरी पर भरकर आपूर्ति कर देता था। चूंकि उसकी सीमेंट गुणवत्ताहीन व मिलावटी होती थी अत: वह अपने राजनीतिक संपर्कों के बूते नकली सीमेंट उन ठेकेदारों को देता था जो ग्राम पंचायतों , सड़कों समेत अन्य सरकारी निर्माण कार्य कर रहे हैं। सीमेंट की कीमत पर राख बेचकर आरोपी ने अब तक लाखों रूपए कमाए हैंं।

गौरतलब है कि सरकारी निर्माण कार्य के दौरान कभी भी विभाग की क्वालिटी मानीटरिंग टीम यह देखने नहीं पहुंचती कि आखिर निर्माण कार्य में किस प्रकार की सामग्री इस्तेमाल की जाती है जिसके कारण ऐसे फ्राड कारोबारियों का धंधा फलने फूलने लगता है। उम्मीद है कि पुलिस की इस कार्रवाई से नकली प्राडक्ट का कारोबार करने वालों को सबक मिलेगा और वे ऐसे कारोबार से तौबा करेंगे।

पदाधिकारियों के चयन पर सवाल 
चाल, चेहरा और चरित्र का दावा कर दूसरे राजनीतिक दलों से अपने आपको अलग बताने वाली भाजपा  पदाधिकारियों के चयन के दौरान चाल और चरित्र को ताक पर रख देती है? सवाल इसलिए क्योंकि इन दिनों भाजपा पदाधिकारियों के कारनामे पार्टी को शर्मसार कर रहे हैं। मंडल अध्यक्ष वीरेंद्र यादव  के कारनामें ने भाजपा की एक बार पुन: किरकिरी कराई है। बताया जाता है कि वीरेंद्र  जिले के कई बड़े भाजपा नेताओं का करीबी है।

गौरतलब है कि इसके पूर्व कोठी मंडल अध्यक्ष प्रामिस त्रिपाठी का भी एक मामला सुर्खियों में आया था जब नशे में धुत मंडल अध्यक्ष पर डाक्टर से मारपीट के आरोप लगे थे। पदाधिकारियों के ऐसे मामले तब आ रहे हैं जब इन दिनों प्रदेश सरकार ने माफियाओं के खिलाफ मुहिम छेड़ रखी है। स्वयं मुख्यमंत्री एक्शन मोड पर हैं। ऐसे में भाजपा के एक पदाधिकारी का नकली सीमेंट बनाने के मामले में संलिप्त होना बताता है कि मंडल अध्यक्ष के चयन के दौरान पदाधिकारियों की पृष्ठभूमि नहीं देखी  गई, केवल यह देखा गया कि उसका जुड़ाव किन नेताओं से है। इन मामलों ने भाजपा की अलग चाल , चेहरे व चरित्र वाली पार्टी के दावों की पोल खोल दी है। 

रात में ढाबों पर दबिश दी जा रही थी, तभी भाजपा मंडल अध्यक्ष की दुकान कम कार्यालय व भवन पर दबिश दी गई, जहां ब्रांडेड सीमेंट की बोरी पैकिंग हो रही थी। वहां राखड़ भी मिली जिसे बोरियों में भरकर बेचने का कारोबार किया जाता था। हमने पैकिंग सामग्री जब्त कर कार्रवाई शुरू कर दी है। आरोपी फरार है जिसकी सरगर्मी से तलाश की जा रही है। 
हिमाली सोनी, एसडीओपी मैहर