मऊगंज में वीभत्स घटना के बाद चेता प्रशासन
निहाई नाले' को माना गया नदी, 40 फीट गहरे घाट पर लगाया गया प्रतिबंध

राजेंद्र पयासी-मऊगंज-
मऊगंज जिले के हनुमना जनपद अंतर्गत ग्राम पंचायत पैपखार स्थित निहाई नाले के बरा घाट में तीन युवकों की गहरे पानी में डूबने से हुई मौत के बाद प्रशासन नींद से जागा है और युक्त 40 फीट गहरे घाट पर स्नान आदि पर प्रतिबंध लगाते हुए लोगों को सावधानी बरतने के लिए सचेतक बोर्ड लगा दिया गया है यानी विगत 18 मई को हुए वीभत्स हादसे के बाद घाट को प्रशासन द्वारा नहाने के लिए प्रतिबंधित कर दिया गया है।
गौरतलब है कि हादसे में एक ही परिवार के तीन युवक की 40 फीट गहरे पानी में डूबकर मौत हो गई थी।
अब घटना के ठीक एक माह बाद प्रशासन ने इस नाले की असलियत को समझते हुए घाट पर प्रतिबंधित क्षेत्र का बोर्ड लगवाया है। प्रशासन द्वारा बोर्ड में स्पष्ट चेतावनी दी गई है कि निहाई नाले में पानी की गहराई अत्यधिक है, कृपया नहाने से बचें।
नाला या नदी ?
स्थानीय जनता वर्षों से निहाई को नदी का दर्जा देने और सुरक्षा इंतजामों की मांग करती रही, लेकिन प्रशासनिक स्तर पर इसे सिर्फ नाला मानकर उपेक्षित किया गया।
जनप्रतिनिधियों से लेकर प्रशासन तक की अनदेखी के कारण इस 40 फीट गहरे पानी वाली नदी क्षेत्र के तट पर कोई रेलिंग या सुरक्षा प्रबंध तक नहीं किया गया।
ग्रामीणों की जान जोखिम में करते हैं रपटा पार
इसी गांव स्थित मुख्य मार्ग पर बने बिना रेलिंग वाले रपटे से मानसून के समय पानी के बीच जान जोखिम में डालकर ग्रामीण पार करते हैं। बारिश के दिनों में यह रपटा पूरी तरह जलमग्न हो जाता है, जिस पर बारिश के मौसम में अक्सर 2 फीट तक पानी बहता रहता है। बाढ़ की स्थिति में यहां से गुजरना मौत को न्योता देने जैसा होता है। पुलिस या प्रशासन को सूचना देने पर लोग खुद ही संदेह के घेरे में आ जाते हैं।
हादसे के बाद उठाया गया कड़ा कदम
मऊगंज जिले के निहाई नदी में तीन जिंदगियों के बुझने के बाद अब जाकर प्रशासन ने इसे गंभीरता से लिया है। और हनुमना एसडीएम ने घाट पर चेतावनी बोर्ड लगवाया और इसे नहाने के लिए पूर्णतः प्रतिबंधित घोषित किया।