शिक्षा विभाग के व्यवस्था की खुली पोल,स्कूल भवन में भरा भूसा
नईगढ़ी जनपद शिक्षा केंद्र के पूर्व माध्यमिक विद्यालय तेंदुआ का मामला

राजेंद्र पयासी-मऊगंज
नवगठित मऊगंज जिला जहां आए दिन अजब गजब सुनने एवं देखने को मिलता है। शासन की जनकल्याणकारी योजनाओं में जिम्मेदारों द्वारा जिम्मेदारी न निभाते हुए किस कदर पलीता लगाया जा रहा है पूरी व्यवस्था की पोल खोलती मऊगंज जिले कि यह तस्वीर शिक्षा व्यवस्था को न केवल चिड़ाती नजर आती है बल्कि सिस्टम को तमाचा दिखाती हुई नजर आती है। शासन प्रशासन के उन झूठे दावों को जिसमें कहा जाता है कि सब कुछ बेहतर चल रहा है।
मऊगंज जिले के हालात देखकर साबित होता है कि जैसे नौनिहालों के भविष्य के साथ मजाक किया जा रहा है शिक्षा विभाग के व्यवस्था की हकीकत यानी जमीनी हालात की पोल खोलती तस्वीर मऊगंज जिले के नईगढ़ी जनपद शिक्षा केंद्र अंतर्गत आने वाले शासकीय पूर्व माध्यमिक विद्यालय तेंदुआ में देखने को मिली जहां विद्यालय के मध्यान भोजन भवन में भूसा भरा मिला। शासन से लेकर प्रशासन तक एक तरफ जहां शिक्षा क्षेत्र में सुधार के लाख दावे किए जा रहे हैं तो दूसरी तरफ देश के भविष्य कहे जाने वाले नौनिहालों के सुख सुविधा के लिए शासन द्वारा प्रदाय की गई सुविधाओं में पलीता लगाया जा रहा है।
जमीनी स्थिति देखी जाए तो देश का भविष्य गढ़ने की जिम्मेदारी निभाने वाले शिक्षा विभाग के हाल बदहाल है जहां जिले से लेकर जनपद स्तर में बैठे शिक्षा विभाग के जिम्मेदारों की अनदेखी का एक बड़ा प्रमाण पब्लिक वाणी ग्राउंड रिपोर्ट दौरान देखने को मिला। जहां शासन की योजना अनुसार विद्यालय में अध्यनरत विद्यार्थियों के मध्यान भोजन पकाने की व्यवस्था होनी चाहिए वहां शिक्षकों की मिली भगत से भूसा भरा हुआ है।
अजब मऊगंज जिले का कुछ इस तरह गजब नजारा जनपद शिक्षा केंद्र नईगढ़ी अंतर्गत आने वाले शासकीय पूर्व माध्यमिक विद्यालय तेंदुआ में देखने को मिला जहां शासन द्वारा विद्यालय में अध्यनरत नौनिहालों को दोपहर का भोजन पकाने हेतु लाखों रुपए की लागत से बनाए गए भवन में शिक्षकों की मिलीभगत से गांव के रसूखदार द्वारा भूसा भरा जाता है। स्थानीय सरपंच एवं ग्रामीणों की माने तो शासकीय पूर्व माध्यमिक विद्यालय तेंदुआ के मध्यान भोजन भवन में भूसा भरे जाने का मामला कोई नया नहीं है बल्कि आधा दशक पूर्व से ही युक्त भवन में गांव के ही एक रसूखदार द्वारा भूसा भरा जाता है। इतना ही नहीं जिम्मेदार विभाग द्वारा एक तरफ जहां मध्यान भोजन भवन में भूसा भरने के लिए रसूकदारों को खुली छूट दे दी गई वहीं विद्यालय में अध्यनरत नौनिहालों के निवाले में भी स्व सहायता समूह के साथ मिलकर खुलकर भ्रष्टाचार किया गया। ग्रामीणों के अनुसार मध्यान भोजन व्यवस्था की जमीनी हकीकत यह है कि स्व सहायता समूह संचालक अपने घर से ही आंगनबाड़ी एवं स्कूल में मध्यान भोजन का संचालन कर रहे हैं और शिक्षा विभाग के स्थानीय से लेकर जनपद एवं जिले में बैठे अधिकारी इस हकीकत का पर्दाफास कर कार्यवाही करना तो दूर निरीक्षण दौरान यह भी नहीं देख पाए की वास्तव में क्या चल रहा है।
अधिकारियों के मॉनिटरिंग की खुली पोल-
स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा स्कूलों के संचालन एवं शासन की योजनाओं को जमीनी रूप देने के लिए प्रदेश से लेकर जिला एवं जनपद स्तर पर मॉनिटरिंग टीम बनाई गई है। मॉनिटरिंग टीम के लिए निर्धारण किया गया है कि क्षेत्र भ्रमण कर स्कूलों में संचालित योजनाओं शैक्षणिक व्यवस्था का विधिवत निरीक्षण किया जाए जिससे एक तरफ जहां शैक्षणिक व्यवस्था में बेहतर सुधार हो वहीं योजनाओं को नियमानुसार जमीनी मिल सके। लेकिन जो स्थिति है उसे साबित होता है कि जिले एवं जनपद में बैठे मॉनिटरिंग दल के जिम्मेदार अपने ऑफिस से ही मॉनिटरिंग कर रहे हैं। जिसका जीता जागता उदाहरण मऊगंज जिले के जनपद शिक्षा केंद्र नईगढ़ी अंतर्गत आने वाले शासकीय पूर्व माध्यमिक विद्यालय तेंदुआ में देखने को मिला जहां बीते 5 वर्ष से मध्यान भोजन भवन में गांव के एक व्यक्ति द्वारा भूसा भरा जा रहा है और बच्चों का निवाला समूह संचालकों के घर से संचालित हो रहा है। शासकीय पूर्व माध्यमिक विद्यालय तेंदुआ के जो हालात है उसके अनुसार
मॉनिटरिंग टीम एवं शिक्षा विभाग के अन्य अधिकारियों की कार्यप्रणाली पर सवाल यह उठता है कि यदि जनपद से लेकर जिले में बैठे जिम्मेदार अधिकारियों द्वारा इस 5 वर्ष के अंतराल में एक बार भी युक्त विद्यालय का निरीक्षण किया गया होता और शासन की योजनाएं संचालित है या नहीं उस विषय की बारीकी से जानकारी ली जाती तो शायद विद्या के मंदिर में भूसा भर जाने की जुर्रत न तो रसूखदार करते और न ही शिक्षकों द्वारा मध्यान भोजन भवन में भूसा भर जाने खुली छूट दी जाती।
इनका कहना है
जानकारी संज्ञान में आई है की शासकीय पूर्व माध्यमिक विद्यालय तेंदुआ के मध्यान भोजन भवन में भूसा भरा हुआ है। स्थिति का निरीक्षण कर नियम अनुसार उचित कार्यवाही करेंगे।
राम मणि सिंह
वीआरसीसी
जनपद शिक्षा केंद्र नईगढ़ी