एंबुलेंस नहीं मिली तो बाइक पर ले गए शव, मऊगंज में स्वास्थ्य सुविधाओं की पोल
मऊगंज के शंकरपुर बांध में डूबने से एक किशोर की मौत हो गई, लेकिन शव ले जाने के लिए एंबुलेंस न मिलने पर परिजनों ने बाइक से 20 किलोमीटर दूर अस्पताल पहुंचाया।

मऊगंज में शंकरपुर बांध में डूबने से एक किशोर की मौत हो गई। शव को घटनास्थल से पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल ले जाने के लिए जब कोई साधन नहीं मिला, तो परिवार वालों ने शव को बाइक पर बैठाकर 20 किलोमीटर दूर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र नईगढ़ी पहुंचाया।
शव को बाइक से ले गए 20 KM
मामला 15 अगस्त का है, मऊगंज जिले के नईगढ़ी थाना क्षेत्र में शाम 4 बजे अजय साकेत नहाने के लिए शंकरपुर बांध पहुंचा था। गहराई अधिक होने के कारण बांध में डूबने से उसकी मौत हो गई। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची। गांव वालों ने हिम्मत जुटाकर शव को बाहर निकाला, लेकिन हद तो तब हो गई जब बॉडी को ले जाने के लिए परिजनों को कोई वाहन नहीं मिला। मजबूरी में उन्हें शव को बाइक पर ले जाना पड़ा।
मृतक के परिजनों ने बताया कि कई कोशिशों के बाद भी कोई साधन नहीं मिला, जिससे उन्हें शव को बाइक से ही ले जाना पड़ा।
स्वास्थ्य मंत्री का गृह क्षेत्र
यह सोचने वाली बात है कि प्रदेश के उपमुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री राजेंद्र शुक्ल का गृह क्षेत्र होते हुए भी जिले में स्वास्थ्य सुविधाओं की हालत इतनी खराब है कि शव को ले जाने के लिए एंबुलेंस तक की व्यवस्था नहीं है।