MP NEWS : सामाजिक सरोकार की आड़ में मनी लॉन्ड्रिंग का मायाजाल

भोपाल में मनी लॉन्ड्रिंग के नाम पर करीब 200 करोड़ का कारोबार किया जा रहा है। योर्कर कैपिटल के नाम से दुबई में संचालित कंपनी का मुख्य सरगना लविश चौधरी उर्फ नवाब अली है, जिसने योर्कर कैपिटल के नाम से ब्रोकिंग फर्म बनाकर रखी है। इसमें बोट ब्रो नाम से साफ्टवेयर बनाया गया है, जिसके माध्यम से ट्रेडिंग का काम किया जाता है।

MP NEWS : सामाजिक सरोकार की आड़ में मनी लॉन्ड्रिंग का मायाजाल
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भोपाल. राजधानी में मनी लॉन्ड्रिंग के नाम पर करीब 200 करोड़ का कारोबार किया जा रहा है। योर्कर कैपिटल के नाम से दुबई में संचालित कंपनी का मुख्य सरगना लविश चौधरी उर्फ नवाब अली है, जिसने योर्कर कैपिटल के नाम से ब्रोकिंग फर्म बनाकर रखी है। इसमें बोट ब्रो नाम से साफ्टवेयर बनाया गया है, जिसके माध्यम से ट्रेडिंग का काम किया जाता है। भोपाल में इसके कर्ताधर्ता नीलेश पाठक है, जिसके सानिध्य में यह पूरा काम चल रहा है। इस धंधे में इसके साथ कई एजेंट भी शामिल हैं, जो कि अलग-अलग ग्रुप बनाकर लोगों का पैसा कंपनी में इनवेस्ट कराते हैं। दुबई में संचालित कंपनी डेली बेसिस पर ट्रेडिंग कर लगाए हुए रुपयों का 10 से 12 प्रतिशत महीने का ब्याज के हिसाब कमाती है और लोगों को 6 से 8 प्रतिशत हर महीने का लाभ देती है।

फॉरेक्स ट्रेडिंग के नाम पर करीब 200 करोड़ का करोबार

इंडिया में यह पूरी तरह से बैन है, लेकिन इन लोगों ने एक बड़ा नेटवर्क खड़ाकर लोगों को एक बेहतर रिटर्न का लालच देकर पैसा इन्वेस्ट कराते हैं। अकेले भोपाल में ही फॉरेक्स ट्रेडिंग के नाम पर करीब 200 करोड़ का करोबार किया जा रहा है। इसमें कई बड़े हॉस्पिटल से लेकर कई बड़ी हस्तियों ने अपनी ब्लैक मनी इन्वेस्ट कर रखी है। नीलेश पाठक ने इस कमाई से करोड़ों की प्रॉपर्टी बना ली है, इनके इवेंट से लेकर फ्लाइट टिकट होटल बुकिंग का पूरा काम भोपाल के आशिमा मॉल के सामने स्थित जियो हॉलिडे नामक टूर एंड ट्रेवल कंपनी करती है। यह वह नाम हैं, जिनके खिलाफ एसटीएफ में एफआईआर दर्ज है और कार्रवाई की जा रही है।

सामाजिक सरोकार की आड़ में फॉरेक्स ट्रेडिंग का धंधा

नीलेश पाठक अपने को सोशल एक्टिविस्ट और मदर केयर नाम की संस्था का संयोजक बताता है। साथ में कई भाजपा नेताओं के साथ अपना संबंध बताकर लोगों को प्रभावित करने का भी काम करता है, लेकिन इसका असली काम सामाजिक सरोकार की आड़ में फॉरेक्स ट्रेडिंग का धंधा संचालित करना है। इशान नामक सख्स ने इनके झांसे में आकर करीब 20 लाख रुपए इन्वेस्ट किए थे और जब उसका पैसा डूब गया तो उसने लविश चौधरी, नीलेश पाठक, लोकेश पाल, एमडी रजा, महबूब आलम सहित कई अन्य के खिलाफ 7 नवंबर 2024 को एसटीएफ में शिकायत दर्ज कराई थी। उसके बाद एसटीएफ ने इन सबके खिलाफ एफआईआर दर्ज की थी, लेकिन अब तक इनकी गिरफ्तारी नहीं हुई है। सारे आरोपी खुलेआम घूम रहे हैं। सवाल यह है कि जब एफआईआर 2024 में की गई थी, तो उसके बाद उनके खिलाफ आगे कोई कार्रवाई क्यों नहीं हुई।

FIR में बनाए गए आरोपी 

1. लविश चौधरी, मुजफ्फर नगर उत्तर प्रदेश 
2. एमडी रजा, नई दिल्ली
3. नीलेश पाठक, सागर लेकव्यू होम्स भोपाल
4. लोकेश पाल, भोपाल शहर 
5. रजनीश रोशन, नई दिल्ली
6. महबूब आलम, नई दिल्ली
7. सुशांत कुमार दुबे, नई दिल्ली
8. मदनमोहन, नई दिल्ली
9. कृष्ण मोहन, नई दिल्ली 
10. प्रशांत गुप्ता भोपाल 
11. उदय गुप्ता भोपाल
12. विजय रावत, इंदौर
13. शुभम चौधरी, भोपाल
14. कुमार अभय, नई दिल्ली
15. सौरभ दुबे, इंदौर
16. सूरज कुमार इंदौर
17. दीपक शर्मा, नई दिल्ली
इसके अलावा भी कई अन्य नाम हैं।

स्पेशल डीजी एसटीएफ से मिली जानकारी

स्पेशल डीजी एसटीएफ पंकज श्रीवास्तव कहना है- यह गंभीर विषय है। पूरी तत्परता से इसकी जांच चल रही है। तथ्यों के आधार पर सभी आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।