ननि की ढाई हजार फिट जमीन पर किया कब्जा
रीवा | माफिया और अतिक्रमणकारियों के विरुद्ध चलाए जा रहे अभियान के बीच नेहरू नगर पॉश कॉलोनी में एक और मामला सामने आया है। यहां टेलीफोन कॉलोनी के समीन स्थित करीब ढाई हजार फिट के भूखण्ड पर कब्जा कर लिया गया। लाखों रुपए बेशकीमती जमीन पर चोरी छिपे निर्माण में नगर निगम अधिकारियों की शह से इंकार नहीं किया जा सकता। मजेदार बात यह है कि आयुक्त मृणाल मीणा को छोड़कर निगम के छोटे-बड़े तमाम अधिकारी इस अतिक्रमण से वाकिफ हैं, लेकिन उस जमीन को खाली करवाने की कोशिश नहीं की गई।
शहर के नेहरू नगर को सबसे उम्दा कॉलोनी माना जाता है और यहां जमीन की कीमत आसमान को छू रही है। बीएसएनएल कॉलोनी के पास से एमपीईबी दफ्तर को जाने वाली मुख्य सड़क और उससे लगे नगर निगम के भूखण्ड पर अवैध तरीके से दुकान और बाउंड्रीवाल, टीनशेड का निर्माण कर लिया गया है। सूत्रों के हवाले से बताया गया है कि टेलीफोन कॉलोनी के समीप श्रवण कुमार नामक व्यक्ति ने आराजी नंबर 3/23/462 भूखण्ड जिसकी साइज 15 गुणे 30 थी, पूर्व में क्रय किया था। हैरानी की बात यह है कि अब इस भूखण्ड का विस्तार करके 25 गुणे 30 वर्गफिट पर कब्जा कर लिया गया है।
यहां बकायदे एक दुकान का निर्माण कर लिया गया है। इसी प्रकार अनिल पुत्र सुग्रीव नामक व्यक्ति ने भी 30 गुणे 30 कुल 900 वर्गफिट अतिरिक्त जमीन पर कब्जा कर लिए जाने की शिकायत स्थानीय लोगों ने नगर निगम में की है। आरोप है कि अनिल नामक व्यक्ति द्वारा बाउंड्रीवाल और टीनशेड का निर्माण कर लिया गया है। स्थानीय लोगों की मानें तो नगर निगम की कुल 2400 वर्गफिट जमीन मुफ्त में हड़प ली गई है। इस संबंध में स्थानीय लोगों ने कई बार नगर निगम प्रशासन में शिकायत की लेकिन प्रशासन द्वारा खुद की जमीन से अवैध कब्जा हटाने की कोई कोशिश नहीं की गई।
एमपीईबी का रास्ता अवरुद्ध
उल्लेखनीय बात यह है कि टेलीफोन कॉलोनी के पीछे स्थित विद्युत मण्डल के दफ्तर में जाने के लिए निर्धारित की गई सड़क के अतिक्रमण की चपेट में आने के कारण आवागमन अवरुद्ध हो गया है। बताया जाता है कि पहले नेहरू नगर एमपीईबी दफ्तर आने-जाने वाले लोग इसी भूखण्ड से सटे रास्ते का इस्तेमाल करते थे लेकिन धीरे-धीरे श्रवण कुमार और अनिल द्वारा खाली पड़े भूखण्ड में अतिक्रमण करने के बाद आवाजाही में दिक्कतें होने लगीं।
यह मामला मेरे संज्ञान में अभी आया है। भूखण्ड नंबर अगर ननि का है और उस पर कब्जा किया गया है तो उस पर कार्रवाई की जाएगी।
मृणाल मीणा, आयुक्त नगर निगम