जीएसटी और ई-कामर्स को लेकर सतना बंद, व्यापार बंद आज
सतना। जीएसटी और ई-कामर्स कम्पनियों की मनमानी के विरोध में व्यापारिक संस्था कैट द्वारा शुक्रवार 26 फरवरी को एक दिनी सतना बंद का आयोजन किया गया है। इस बंद का विंध्य चेम्बर के साथ ही अन्य व्यापारिक संस्थाओं ने समर्थन करते हुए व्यापारियों से अपने प्रतिष्ठान बंद रखकर आंदोलन को सफल बनाने की अपील की है।
बंद के लिये किया जन सम्पर्क
शुक्रवार को बुलाए गये सतना बंद को लेकर गुरुवार शाम तमाम व्यापारिक संस्थाओं के प्रतिनिधियों ने सड़क पर उतर कर व्यापारियों से सम्पर्क किया और बंद क्यों जरूरी है इसके औचित्य भी बताये। सभी सायं 5 बजे सुभाष पार्क में एकत्र हुए और वहां से शहर की विभिन्न सड़कों में घूम-घूम कर व्यापारियों से मुलाकात की। व्यापारियों ने जीएसटी और ई-कामर्स ही नहीं बढ़ती महंगाई और सरकारी शुल्कों में की जारी भारी वृद्धि को लेकर भी अपने गुस्से का इजहार किया।
गुरुवार के सम्पर्क अभियान की अगुआई चेम्बर अध्यक्ष द्वारिका गुप्ता, रामावतार चमड़िया व कैट के प्रदेश सचिव अशोक दौलतानी ने की। इस दौरान चन्द्रशेखर अग्रवाल, पवन मलिक, ऋषि अग्रवाल, मनोहर वाधवानी, अभिषेक जैन, दीपक अग्रवाल, संदीप मंगल, राजीव गुप्ता, प्रदीप खिलवानी, राकेश चढ्ढा, फेरुमल तौलवानी, अशोक वाधवानी, नवीन गुप्ता ,मथुरा गुप्ता, राहुल जैन, प्रकाश कन्नोडिया, बिहारी मंघनानी, राजेश अग्रवाल, जितेन्द साबनानी प्रमुखरूप से उपस्थित रहे।
पन्नीलाल चौक पर होगें एकत्रित
कैट के प्रदेश सचिव अशोक दौलतानी, चेम्बर अध्यक्ष द्वारिका गुप्ता ने सभी व्यापारियों से प्रात: 9 बजे पन्नीलाल चौक में एकत्रित होने और यहां से प्रात: 10 बजे से नगर भ्रमण दो पाहिया वाहन से जनसम्पर्क करने की अपील की है।
अपील: बंद को सफल बनाकर सरकार का खींचे ध्यान
सतना। देश में सभी आवश्यक वस्तुओं में रिकार्ड तोड़ रही महंगाई और सरकारी सेवाओं के शुल्क में की जारी भारी वृद्धि को लेकर आखिर विंध्य चेम्बर के कई पूर्व अध्यक्षों का गुस्सा फूट ही पड़ा है। उन्होंने इन मुद्दों पर सरकार को आड़े हाथों लेते हुए इस महंगाई पर नियंत्रण कीमांग की है। उनके द्वारा शुक्रवार को आयोजित व्यापार बंद में सहयोग करते हुए इन संस्याओं पर सरकार का ध्यान आकृष्ट करने की अपील की है।
अपील करने वालों में पूर्व चेंबर अध्यक्ष राजाराम त्रिपाठी, लखन लाल अग्रवाल, गिरीश शाह व मोतीलाल गोयल के नाम शामिल हैं। इनका कहना है कि देश में जब से विपक्षी पार्टियों का पलड़ा कमजोर हो गया सत्तासीन पार्टी एकतरफा निर्णय लेने लग गई है। इसका खामियाजा प्रदेश की जनता भोग रही है। प्रदेश में बैठे नेता गणों को चाहिए कि किसी भी प्रकार का निर्णय लेने के पूर्व सर्वे कराए कि कहीं उनके निर्णय से प्रदेश के व्यापारियों के साथ-साथ आम नागरिक भी परेशान तो नहीं हो रहे। पूर्व अध्यक्षों ने जमीन की रजिस्ट्री फीस, स्टांप ड्यूटी, नगर निगम सतना के संपत्ति कर, बिजली के दामों में बढ़ोतरी, डीजल-पेट्रोल, रसोई गैस के करों में वृद्धि के साथ ही खाद्य सामग्री व अन्य जरूरी वस्तुओं में आई भारी महगाई का भी उल्लेख किया है।
आज एक दिन के लिए थमेंगे बसों के पहिए
अपनी तीन सूत्रीय मांगों को लेकर बसों के पहिए शुक्रवार को एक दिनों के लिए थम जांगे। सतना बस ओनर्स एसोसिएशन के जिला अध्यक्ष कमलेश गौतम और सचिव बृजेन्द्र सिंह परिहार ने बताया कि सभी पदाधिकारियों व संगठन के सदस्यों की बैठक हुई थी जिसमें सर्वसम्मति से यह निर्णय पारित किया गया था कि प्रांतीय इकाई के आह्वान पर सतना जिला इकाई बस आॅनर्स एसोसिएशन 26 फरवरी को सामूहिक रूप से सभी बसों का संचालन बंद रखेगा। प्रांतीय इकाई के प्रमुख मांगों में से सर्वप्रथम यह है कि किराया बोर्ड की बैठक 2018 में हुई थी उस दिनांक से आज तक पिछले 3 सालों से किराए में कोई बढ़ोतरी नहीं की गई जबकि डीजल के दाम 2018 में 58रूपए प्रति लीटर थे वर्तमान समय में डीजल के दाम 91 रूपए प्रति लीटर हो चुके हैं।
दूसरी मांग बस एसोसिएशन सतना की डीजल एवं पेट्रोल को जीएसटी में सम्मिलित किया जाए तीसरी मांग सीधी हादसे के बाद सभी बस संचालकों को अवैध रूप से विभागीय नियमों के विपरीत अवैध वसूली करते हुए आए दिन परेशान किया जा रहा है इन तीनों के निराकरण के लिए सामूहिक रूप से पूरे प्रदेश में सभी ने निर्णय लिया है कि 26 को सामूहिक हड़ताल पर रहेंगे बसों का संचालन पूर्ण रुप से बंद रहेगा। न बंद होने की अफवाह- बस आनर्स एसोसिएशन ने कहा कि बसों की हड़ताल समाप्त होने सम्बंधी अफवाह फैलाई जा रही है। सभी बसों का संचालन एक दिन के लिए बंद रहेगा।
विभिन्न समस्याओं के विरोध में बंद रखें व्यापार: चेम्बर
अंचल की शीर्ष व्यापारिक संस्था विंध्य चेम्बर ने जीएसटी की विसंगतियों व डीजल, पेट्रोल व रसोई गैस में वेतहासा वृद्धि के विरोध में 26 फरवरी को सभी व्यापारियों से अपने प्रतिष्ठान बंद रखने की मांग की है। चेम्बर ने केन्द्रीय वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण से जीएसटी की विसंगतियों में सुधार करने एवं पेट्रोलियम पदार्थों को जीएसटी के दायरे में लाए जाने की मांग की है। संस्था ने सतना में सम्पत्ति कर की बढ़ी हुई दरों को शीघ्र वापस लिए जाने की मांग की भी मांग दोहराई है। पिछले दिन मुख्यमंत्री के सतना आगमन पर भी चेम्बर ने सम्पत्ति कर कम किए जाने की मांग की थी।