प्रमोशन: 233 पुलिस कर्मियों की पात्रता सूची तैयार

सतना | पुलिस रेगुलेशन के पैरा 72 में किए गए संशोधन के उपरांत पुलिस कर्मियों को पदनाम (प्रमोशन) दिए जाने की कार्रवाई जिला पुलिस के द्वारा पूरी कर ली गई है। आरक्षक से लेकर प्रधान आरक्षक तक के 233 पुलिस कर्मियों की पात्रता सूची तैयार कर जारी कर दी गई है। सूची के साथ पुलिस कर्मियों के रिकार्ड डीआईजी कार्यालय भेजे गए हैं। 

इस संबंध में पुलिस अधीक्षक कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार पुलिस मुख्यालय भोपाल के निर्देश पर पुलिस रेगुलेशन के पैरा 72 में किए गए संशोधन से आरक्षक से लेकर निरीक्षक स्तर के पुलिस कर्मी और अधिकारियों का पदनाम (प्रमोशन ) किया जाना है। इस प्रक्रिया में पुलिस कर्मी और अधिकारी की रैंक बढ जाएगी लेकिन वेतनमान पुराना ही रहेगा। निर्देश के मुताबिक पदनाम (प्रमोशन) वाले की पात्रता रखने वाले पुलिस कर्मी और अधिकारियों को निश्चित सेवाकाल पूरा करना होगा। मुख्यालय से मिले निेर्देश के मुताबिक आरक्षक से प्रधान आरक्षक की पात्रता रखने वाले 171 और प्रधान आरक्षक से एएसआई की पात्रता रखने वाले 162 पुलिस कर्मियों का नाम शार्ट लिस्ट किया गया है। 

तीन मार्च को होगा अंतिम निर्णय 
आरक्षक से प्रधान आरक्षक तक की पात्रता रखने के लिए 10 वर्ष का सेवाकाल अनिवार्य है। इनका पदनाम बदलकर प्रमोशन देने की अनुशंसा पुलिस अधीक्षक द्वारा की जाएगी। जबकि प्रधान आरक्षक से सहायक पुलिस निरीक्षक की पात्रता के लिए 20 वर्ष का सेवाकाल होना जरूरी है। इनका पदनाम बदलने का निर्णय डीआईजी की अगुवाई में कमेटी के द्वारा किया जाएगा। प्रमोशन पाने वाले पात्र पुलिस कर्मियों के नाम का अंतिम निर्णय 3 मार्च को आएगा। इसके बाद ही प्रमोशन पाने वाले पुलिस कर्मियों के बाजू में फित्ती और कंधे में एक स्टार लग पाएगा। 

इन्हें नहीं होगी पात्रता
भले ही आरक्षक ने 10 वर्ष और प्रधान आरक्षक ने 10 वर्ष का सेवाकाल पूरा कर लिया हो उसे पदनाम (प्रमोशन) रिकार्ड की जांच के बाद ही मिल पाएगा। पुलिस विभाग के जानकारों ने बताया कि पात्रता के लिए सजा, इनाम, गोपनीय चरित्रावली का अवलोकन किया जाएगा। कार्यकाल के दौरान ज्यादा सजा पाने, विभागीय जांच और आपराधिक प्रकरण दर्ज होने की स्थिति में पुलिस कर्मी पदनाम (प्रमोशन) का पात्र नही होगा। प्रमोशन के  लिए पात्र पुलिस कर्मियों के रिकार्ड की जांच डीआईजी की अगुवाई में गठित कमेटी के द्वारा की जाएगी। 

एएसआई से टीआई के नाम भेजे जाएंगे भोपाल 
पदनाम बदलकर प्रमोशन देने की प्रक्रिया सहायक पुलिस निरीक्षक से उप निरीक्षक, उप निरीक्षक से निरीक्षक और निरीक्षक से उप पुलिस अधीक्षक के पद के लिए पात्र पुलिस अधिकारियों के नाम शार्टलिस्ट कर पुलिस मुख्यालय भोपाल भेजे गए हैं। पीएचक्यू के द्वारा ही प्रमोशन के लिए पात्र पुलिस कर्मियों के बारे में अंतिम निर्णय लिया जाएगा। जानकारों के मुताबिक उप निरीक्षक से निरीक्षक स्तर तक की प्रमोशन की पात्रता जिले के सिर्फ दो उप निरीक्षकों को है। आने वाले दिनों में नियम में बदलाव होने पर ही प्रमोशन की पात्रता वाले उप निरीक्षकों की संख्या बढने की संभावना है। 

22 को डीजीपी की कान्फ्रेंस 
पुलिस रेगुलेशन में हुए संशोधन के परिप्रेक्ष्य में 22 फरवरी को डीजीपी के द्वारा वीडियो कान्फ्रेंस कर प्रदेश भर के आईजी, डीआईजी, पुलिस अधीक्षकों की बैठक बुलाई है। जारी आदेश में कहा गया है कि अपनी-अपनी इकाई के प्रमुख पूर्ण जानकारी के साथ वीडियो कान्फ्रेंस में शामिल हों। गौरतलब है कि पदनाम बदलकर पुलिस कर्मियों का रैंक बढाया जा रहा है लेकिन उनका वेतनमान व अन्य भत्ते पूर्ववत रहेंगे।