मैहर सीएमओ का निलंबन: विधायक - मंत्री ने बनाया प्रतिष्ठा का प्रश्न

सतना | सौंपे गए दायित्वों के निर्वहन में लापरवाही बरतने के आरोप में निलंबित किए गए मैहर नगर पालिका के सीएमओ का निलंबन अब  राजनैतिक रूप लेता जा रहा है। हितग्राहियों से जुड़ी सरकारी योजनाओं के क्रियान्वयन को संजीदगी से न लेने वाले सीएमओ दिनेश कुमार तिवारी के निलंबन पर मैहर विधायक नारायण त्रिपाठी व मंत्री भूपेंद्र सिंह की चर्चा हुई है। सूत्रों की मानें तो निलंबन को स्थानीय विधायक और विभागीय मंत्री ने अपनी प्रतिष्ठा से जोड़ लिया है। मंत्री जहां इस बात से नाराज हंै कि सीएमओ के निलंबन से पहले उन्हें विश्वास में नहीं लिया गया तो विधायक की नाराजगी की अपनी वजह है।

मैहर नगर पालिका के सीएमओ दिनेश कुमार तिवारी को आयुक्त नगरीय प्रशासन एवं विकास ने सोमवार को पदीय दायित्वों के निर्वहन में लापरवाही बरतने पर निलंबित कर दिया था। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक सीएमओ का निलंबन स्थानीय विधायक नारायण त्रिपाठी को रास नहीं आया। विधायक ने इस मामले में विभाग के मंत्री भूपेन्द्र सिंह से चर्चा की । जानकारी के मुताबिक  मंत्री ने आयुक्त नगरीय प्रशासन एवं विकास से सीएमओ के निलंबन के मामले में सफाई मांगी है। 

योजनाओं की प्रगति संतोषजनक नहीं 

मैहर सीएमओ का निलंबन भले ही राजनैतिक रूप ले चुका हो लेकिन उन्हें जिन आरोपों में  निलंबित किया गया है वे बेहद  गंभीर है। शासकीय योजनाओं के क्रियान्वयन में लापरवाही के साथ ही शीर्ष अधिकारियों के निर्देशों की अवहेलना के भी आरोप है। जहां तक योजनओं के क्रियान्वयन में लापरवाही की बात है तो रीवा संभाग के 26 नगरीय निकायोंं में 95 फीसदी टीकाकरण किया गया है जबकि नगर पालिका मैहर की प्रगति नगण्य है। पीएम स्वनिधि की हालत तो और भी खराब है। प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना में लक्ष्य के मुकाबले अभी तक मात्र 29.82 प्रतिशत की ही प्रगति हुई है। इतना ही नहीं नगरीय निकायों के खाते कम किए जाने के निर्देश दिए गए हैं इसके बावजूद नगर पालिका  के खातों की संख्या कम नही किए गए हैं। बैठकों एवं वीडियो कान्फ्रेसिंग के दौरान उपस्थिति में भी परहेज बरता जाता है।