13 साल में भी नहीं मिला मुआवजा तो टावर पर चढ़ गया किसान
सतना | जिले के उचेहरा विकासखण्ड क्षेत्र के पिथौराबाद गांव में खेत में लगे बिजली के टावर का 13 वर्ष से ज्यादा का समय बीतने के बाद भी मुआवजा न मिलने से क्षुब्ध किसान शनिवार की सुबह 10 बजे हाईटेंशन बिजली के टावर पर चढ़ गया किसान । टावर पर चढ़ने की खबर से क्षेत्र में हंगामा मच गया और वहां तमाशबीनों की भीड़ जमा हो गई। अपने साथ रस्सी लेकर टावर पर चढ़े किसान बालेन्द्र पांडेय पिता द्वारिका प्रसाद निवासी अतरबेदिया कला उम्र 33 वर्ष का आरोप है कि कंपनी ने उसके खेत पर टावर तो लगा दिया पर उसका मुआवजा अभी तक नही मिला है और लॉकडाउन के चलते उसके और परिवार के भूखों मरने की नौबत आ गई है। इस दौरान किसान ने कई बार पावर ग्रिड के अफसरों से लेकर कलेक्टर कार्यालय तक मे गुहार लगाई, लेकिन उसकी फरियाद प्रशासनिक गलियारों में नक्कारखाने में तूती की आवाज साबित हुई है।
अपर कलेक्टर की समझाईश पर उतरा नीचे
अपनी मांगों को लेकर टावर में किसान के चढ़ने की जानकारी मिलने पर देर शाम अपर कलेक्टर विमलेश सिंह मौके पर पहुंची, उनके द्वारा टॉवर में चढ़े किसान से बातचीत कर आश्वासन दिया गया कि उसके मांगों का निराकरण त्वरित किया जाएगा तब कहीं जाकर कई घंटों बाद किसान टॉवर से नीचे उतरा। अपर कलेक्टर के द्वारा पावर ग्रिड के अधिकारियों को सोमवार की दोपहर 11 बजे दस्तावेजों के साथ तलब किया है ताकि किसान के प्रकरण का निराकरण किया जा सके।
सुबह से भूखा चढ़ा
जानकारी के अनुसार सुबह 10 बजे से बिना खाना खाएं भूखा प्यासा बालेन्द्र खमहे में चढ़ा है इस दौरान वह लोगो से बात भी कर रहा मुआवजा दिलाने की मांग पर अड़ा है। उसका कहना है जब तक उसका प्रकरण नहीं निपट जाता है वह नहीं उतरेगा जानकारी मिलने पर देर शाम उचेहरा एसडीएम पहुच टावर पर चढ़े किसान को समझाकर उतारने का प्रयास किया पर किसान अपनी जिद पर है।
क्षेत्र में कई गावों में लंबित है किसानों के प्रकरण
बताया जाता है कि सतना में किसानों और पावर ग्रिड के बीच टावर और ट्रांसमिशन लाइन को लेकर विवाद पिछले कई वर्षों से चल रहा है। बालेन्द्र के अलावा भी ऐसे कई किसान हैं जिन्हें अभी तक गाइडलाइन के अनुसार मुआवजे की राशि नहीं मिली है । इसी क्षेत्र में अक्सर विरोध प्रदर्शन होते रहते हैं। इसी क्षेत्र में पोडी पतौरा वीरपुर के कई किसानों के मुआवजे के कुछ मामले शिकायत के तौर पर लंबित भी पड़े हुए हैं। विगत माह में पतौरा के किसान भी विरोध करते हुए काम बन्द करवा चुके हैं। आशंका जताई जा रही है कि विरोध और नाराजगी का यह सिलसिला बढ़ सकता है। क्षेत्र के कई गांवों में लंबित है किसानों के प्रकरण जिसके कारण ऐसे विवाद सामने आते हैं । इसके पहले बिहटा गाव में टावर लाइन को लगाने को लेकर भारी विवाद की स्थिति निर्मित हो चुकी है तब पुलिस लाइन से भारी पुलिस बल मंगाने की नौबत आ गई थी।