MP NEWS : इंदौर में ED की बड़ी कार्रवाई, 18 से अधिक ठिकानों पर एक साथ दबिश
इंदौर में शराब करोबार से जुड़े बड़े घोटाले को लेकर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की टीम ने 18 से अधिक ठिकानों पर एक साथ दबिश दी है। सभी जगहों पर कार्रवाई जारी है।

इंदौर. प्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर से बड़ी खबर सामने आ रही है, जहां शराब करोबार से जुड़े बड़े घोटाले को लेकर प्रवर्तन निदेशालय ईडी की टीम ने 18 से अधिक ठिकानों पर एक साथ दबिश दी है। सोमवार सुबह-सुबह ये छापेमारी की गई है। सभी जगहों पर कार्रवाई जारी है। बताया जा रहा है कि फर्जी चालान और आबकारी घोटाले को लेकर यह कार्रवाई की गई है।
जब्त दस्तावेजों और डिजिटल रिकॉर्ड्स की गहन जांच
ईडी की जांच में यह भी सामने आया है कि शराब कारोबारियों के साथ मिलीभगत कर राजस्व में लगभग 71 करोड़ रुपये का नुकसान करने का आरोप है। ईडी की टीमों ने छापेमारी के दौरान कई शराब कारोबारियों के ठिकानों पर दस्तावेजी सबूत जुटाए हैं। जब्त दस्तावेजों और डिजिटल रिकॉर्ड्स की गहन जांच की जा रही है। शुरुआती जांच के बाद ईडी इस घोटाले में शामिल अन्य अधिकारियों और कारोबारियों के खिलाफ भी कार्रवाई कर सकती है। माना जा रहा है कि इस घोटाले का दायरा और भी बड़ा हो सकता है।
आबकारी घोटाले में ED की रेड
इंदौर से बड़ी खबर सामने आई है, जहां आबकारी फर्जी बैंक चालान घोटाले की जांच में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने आज सुबह बड़ी कार्रवाई की है। ED की टीमों ने इंदौर आबकारी अधिकारियों और ठेकेदारों के 18 से अधिक ठिकानों पर एक साथ छापेमारी की। सूत्रों के मुताबिक, इस घोटाले की राशि 72 से 100 करोड़ रुपये के बीच हो सकती है। यह घोटाला शराब कारोबारियों और आबकारी अधिकारियों के गठजोड़ से फर्जी चालानों के जरिए किया गया।
फर्जी बैंक चालान घोटाला
घोटाले का मामला शराब ठेकेदारों के खिलाफ राज्य पुलिस द्वारा दर्ज की गई प्राथमिकी से जुड़ा है। प्राथमिकी में वित्त वर्ष 2015-16 से वित्त वर्ष 2017-18 की अवधि में चालान में जालसाजी और हेरफेर के जरिए करोड़ो रुपये के सरकारी राजस्व को नुकसान पहुंचाने और अवैध रूप से शराब प्राप्त करने के लिए अनापत्ति प्रमाण पत्र (एनओसी) प्राप्त करने का आरोप है। प्रवर्तन निदेशालय को संदेह है कि आरोपी शराब ठेकेदार छोटी रकम के चालान तैयार कर बैंक में जमा करते थे।