भाजपा के संस्थापक सदस्य कैलाश सारंग की पुण्यतिथि

बीजेपी के संस्थापक सदस्य और पूर्व राज्यसभा सांसद स्व. कैलाश नारायण सारंग की पुण्यतिथि और उनकी धर्मपत्नी स्व. प्रसून सारंग की जयंती “मातृ-पितृ भक्ति दिवस” के रूप में मनाई गई।

भाजपा के संस्थापक सदस्य कैलाश सारंग की पुण्यतिथि

भोपाल: बीजेपी के संस्थापक सदस्य और पूर्व राज्यसभा सांसद स्व. कैलाश नारायण सारंग की पुण्यतिथि और उनकी धर्मपत्नी स्व. प्रसून सारंग की जयंती “मातृ-पितृ भक्ति दिवस” के रूप में मनाई गई। सहकारिता, खेल एवं युवा कल्याण मंत्री विश्वास कैलाश सारंग के आवाहन पर नरेला विधानसभा के सभी वार्डों में विभिन्न सेवा एवं वृद्धजनों के सम्मान कार्यक्रम संपन्न हुए। मंत्री सारंग ने भोपाल में विभिन्न स्थानों पर वृद्धजनों के चरण पखारे और उन्हें शॉल-श्रीफल भेंटकर सम्मानित किया। इस अवसर पर बड़ी संख्या में स्थानीय नागरिक, सामाजिक संगठन एवं कार्यकर्ता उपस्थित रहे।

मातृ-पितृ भक्ति दिवस का उद्देश्य

मंत्री सारंग ने कहा कि स्व. कैलाश नारायण सारंग और स्व. प्रसून सारंग के जीवन मूल्य समाजसेवा और संस्कार पर आधारित रहे हैं। उन्हीं की प्रेरणा से प्रत्येक वर्ष “मातृ-पितृ भक्ति दिवस” मनाया जाता है, जिसका उद्देश्य समाज में माता-पिता और वृद्धजनों के प्रति आदर, कृतज्ञता और सेवा की भावना को सुदृढ़ करना है। उन्होंने कहा कि भारतीय संस्कृति में माता-पिता की सेवा सर्वोच्च कर्तव्य मानी गई है, तथा समाज को इस मूल भावना के प्रति पुनः जागरूक करना समय की आवश्यकता है।

प्रदेश एवं अन्य राज्यों में हुए सेवा कार्यक्रम

मंत्री सारंग के आवाहन पर नरेला विधानसभा और अन्य क्षेत्रों के युवाओं ने अपने माता-पिता के चरण पखारकर “मातृ-पितृ भक्ति दिवस” में सहभागिता निभाई। सोशल मीडिया पर भी नागरिकों ने #सारंग_मातृ_पितृ_भक्ति_दिवस के माध्यम से माता-पिता के प्रति सम्मान व्यक्त करते हुए फोटो एवं संदेश साझा किए। मातृ-पितृ भक्ति दिवस के अवसर पर मध्यप्रदेश एवं देश के विभिन्न नगरों में भाजपा कार्यकर्ताओं, सामाजिक संगठनों एवं कायस्थ समाज द्वारा वृद्धजनों के सम्मान, भोजन पैकेट, फल, पुस्तक एवं कंबल वितरण जैसे सेवा कार्य आयोजित किए गए।

15 नवंबर को होगा कवि सम्मेलन

पूर्व राज्यसभा सांसद स्व. कैलाश सारंग और उनकी धर्मपत्नी स्व. प्रसून सारंग की पुण्यस्मृति में मातृछाया दशहरा उत्सव सांस्कृतिक आयोजन समिति 15 नवंबर 2025 को अशोका गार्डन चौराहा पर विराट कवि सम्मेलन किया जाएगा। जिसमें देश के विभिन्न राज्यों से आने वाले प्रसिद्ध कवि अपनी रचनाओं के माध्यम से काव्यांजलि अर्पित करेंगे।