EXPLAINER: स्टूडेंट्स में सरकारी नौकरी का इतना क्रेज क्यों?
हर साल कितने स्टूडेंट्स सरकारी नौकरी के सपने देखते हैं, उनमें से कितनों के सपने पूरे हो पाते हैं? देश में सरकारी नौकरी के लिए कितने पद खाली हैं? और इंडियन स्टूडेंट्स में सरकारी नौकरी का इतना क्रेज क्यों है? जानेंगे आज के EXPLAINER में.

देश भर में SSC परीक्षा को लेकर प्रोटेस्ट हो रहे हैं। 31 जुलाई को स्टूडेंट्स और कुछ टीचर्स मिलकर 'दिल्ली चलो' मार्च करने वाले थे कि उससे पहले ही कुछ स्टूडेंट्स और टीचर्स को गिरफ्तार कर लिया गया। स्टूडेंट्स का आरोप है कि इस बार के SSC एग्जाम में कई गड़बड़ियां हुई हैं। जैसे Exams के समय सिस्टम हैंग हो गया जिसकी वजह से वो Exams नहीं दे पाए, स्टूडेंट के लोकेशन से काफी दूर सेंटर दे दिया गया, कई सेंटर्स पर इंफ्रास्ट्रक्चर सही नहीं थे तो कुछ स्टूडेंट्स को एग्जाम से एक दिन पहले एग्जाम कैंसिल होने का नोटिस दिया गया। इन सब गड़बड़ियों को लेकर अलग-अलग राज्यों से स्टूडेंट्स और टीचर्स दिल्ली के DOPT के पास जमा हुए थे। उन्हें सिर्फ शिक्षक कार्यालय में मंत्री जितेंद्र सिंह से मिलना था लेकिन उन्हें नहीं मिलने दिया गया।
देश में सरकारी नौकरी के लिए कितने पद खाली?
रिपोर्ट्स के अनुसार देश में हर साल दो करोड़ से ज़्यादा लोग सरकारी नौकरियों के लिए आवेदन करते हैं, लेकिन उनमें से काफी कम लोग ही सफल हो पाते हैं। SSC CGL और UPSC Exams में तो Selection की Possibility 1% से भी कम होती है। देश में सरकारी नौकरी की स्थिति इतनी खराब है कि कभी-कभी सिर्फ 10 हज़ार पोस्ट के लिए करोड़ों स्टूडेंट्स पार्टिसिपेट करते हैं। साल 2023 में SSC CGL परीक्षा में 7,500 सीट्स के लिए लगभग 25 लाख स्टूडेंट्स ने आवेदन दिया था। 2024 में SSC CGL परीक्षा में 8,000 से भी कम पदों के लिए लगभग 35 लाख आवेदक थे।
UPSC Exams की स्थिति तो और भी ज्यादा खराब है। साल 2024 में UPSC ने 1009 पद निकाले थे, जिसके लिए 13.4 लाख से भी ज्यादा उम्मीदवारों ने भाग लिया था। इस साल की बात की जाए तो भारत सरकार के मंत्रालयों और विभागों में कुल 40 लाख स्वीकृत पद हैं, जिनमें से सिर्फ 9.79 लाख पद ही खाली हैं। सरकार ने इस साल 2 करोड़ लोगों को रोजगार देने का लक्ष्य रखा है, ऐसे में सवाल है की सिर्फ 9.79 लाख पद से क्या बेरोजगारी खत्म हो पाएगी?
ये तो रही सेंट्रल लेवल के Exams की बात, अब बात करते हैं स्टेट लेवल की। UPSC की तरह ही स्टेट लेवल पर हर राज्य में Exams होते हैं जैसे MPPSC, BPSC, UPPSC। इनमें भी 1 लाख से भी कम सीटों के लिए 1.15 करोड़ से ज़्यादा स्टूडेंट्स आवेदन करते हैं। 2024 में BPSC में 37,943 पोस्ट पर भर्ती निकाली थी, जिसके लिए 3,28,990 स्टूडेंट्स ने एग्जाम दिया था और कुल 4,80,000 उम्मीदवारों ने परीक्षा के लिए एडमिट कार्ड डाउनलोड किए थे।
स्टूडेंट्स में सरकारी नौकरी का इतना क्रेज क्यों?
इसमें कोई दो राय नहीं कि सरकारी नौकरी में प्राइवेट के मुकाबले सैलरी काफी ज्यादा होती है। ये Stable होती है, लीव लेने पर आपकी सैलरी नहीं कटती, हेल्थ Insurance मिलता है, Working Hour फिक्स्ड रहता है, रिटायरमेंट पर अच्छी पेंशन मिलती है और भी कई Facilities हैं जो आपको सरकारी नौकरी में मिलती हैं। इंडियन पैरेंट्स की भी पहली पसंद सरकारी नौकरी होती है और अगर शादी करनी है तो लड़कियों की पसंद भी सरकारी नौकरी ही है।
इसके साथ ही प्राइवेट सेक्टर्स की बात करें तो वहां सैलरी ज्यादा नहीं होती, Working Hour फिक्स्ड नहीं होते और न ही आपको कोई पेंशन मिलती है। इन्हीं सब Reasons की वजह से लोग सरकारी नौकरी लेना ज्यादा प्रेफर करते हैं भले ही उनको एक नौकरी के लिए कई साल ही क्यों न बर्बाद करने पड़ें।