विद्यार्थियों ने यह साबित कर दिया है कि विन्ध्य का भविष्य सुनहरा
प्रावीण्य सूची में स्थान प्राप्त करने वाले संभाग के 66 छात्रों का हुआ सम्मान

रीवा, उप मुख्यमंत्री राजेन्द्र शुक्ल ने कहा कि जिद, जुनून एवं जज्वे से बड़े से बड़े लक्ष्य को प्राप्त किया जा सकता है। मध्यप्रदेश की प्रावीण्य सूची में स्थान प्राप्त करने वाले रीवा संभाग के विद्यार्थियों ने यह साबित कर दिया है कि विन्ध्य का भविष्य सुनहरा है और आने वाले दिनों में यह विद्यार्थी अपना योगदान देंगे। उप मुख्यमंत्री ने माध्यमिक शिक्षा मंडल भोपाल द्वारा आयोजित 10वीं एवं 12वीं की परीक्षा में प्रावीण्य सूची में स्थान प्राप्त करने वाले रीवा संभाग 66 विद्यार्थियों को प्रशस्ति पत्र एवं स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया। स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय रीवा परिसर के सभागार में आयोजित कार्यक्रम को मुख्य अतिथि के तौर पर संबोधित करते हुए उप मुख्यमंत्री राजेन्द्र शुक्ल ने कहा कि इस उपलब्धि के लिए रीवा संभाग की चर्चा पूरे प्रदेश में हो रही है। उन्होंने प्रतीभाशाली बच्चों को बधाई देते हुए उनके उज्जवल भविष्य की कामना की तथा कहा कि संस्कारवान शिक्षा ही सर्वोत्तम है। शिक्षित होकर संस्कारवान बनें और आगे बढ़ते रहें। शुक्ल ने कहा कि जीवन में निराश न हों। सफलतायें एवं असफलतायें मिलती रहती हैं अपने लक्ष्य के लिए हमेशा प्रयासरत रहें। उन्होंने कहा कि इन बच्चों ने जो अपने अनुभव बताये हैं उससे यह सिद्ध होता है कि इन्हें आगे बढ़ने का मंत्र प्राप्त हो गया है। आगे की शिक्षा में इसी लगन और मेहनत से लगे रहे। उन्होंने रीवा संभाग के कमिश्नर बीएस जामोद द्वारा शिक्षा के स्तर में सुधार के लिए संभाग में प्रारंभ किये गये आपरेशन निखार की प्रशंसा की जिसके सार्थक परिणाम सामने आये हैं। उन्होने कहा कि प्रशासन के साथ-साथ शिक्षा विभाग के शिक्षकों व अन्य अधिकारियों ने रीवा संभाग में शिक्षा के स्तर को ऊंचा उठाने के लिए समन्वित प्रयास किया है जो बधाई के पात्र हैं। उन्होंने अपेक्षा की कि प्रतिभाशाली बच्चों से अन्य बच्चे भी प्रेरणा लेगें । कार्यक्रम में जिला शिक्षा अधिकारी सतना टीपी सिंह, जिला शिक्षा अधिकारी सीधी केपी सिंह, सिंगरौली के सहायक संचालक आरडी साकेत, माखनलाल विश्वविद्यालय के प्रशासनिक अधिकारी बृजेन्द्र शुक्ला, समाजसेवी राजेश पाण्डेय सहित बड़ी संख्या में शिक्षक, विद्यार्थी तथा उनके परिजन उपस्थित रहे। कार्यक्रम के अंत में आभार जिला शिक्षा अधिकारी रीवा सुदामालाल गुप्ता ने ज्ञापित किया।
सफलता के लिए विनम्रता, लगन एवं निष्ठा विद्यार्थियों को समग्रता देती है : सांसद
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए सांसद जनार्दन मिश्र ने कहा कि विद्यार्थियों में घमण्ड व अतिरेक की भावना न जागृत हो। आत्मविश्वास कायम रहे जीवन में सफलता के लिए विनम्रता, लगन एवं निष्ठा आवश्यक है जो विद्यार्थियों को समग्रता देती है। मिश्र ने कहा कि समाज में इन प्रतिभाओं की आग्रणी भूमिका रहेगी। उन्होंने अपेक्षा की कि प्रतिभावान छात्र अन्य विद्यार्थियों को भी मार्गदर्शन दें और उनको भी आगे बढ़ाने में मददगार हों। सांसद ने विद्यार्थियों के उज्जवल भविष्य के लिए शुभकामनाएं देते हुए कमिश्नर रीवा संभाग द्वारा किये गये नवाचार की प्रशंसा की।
रीवा का इतिहास शिक्षा के क्षेत्र में समृद्धशाली रहा है : संभागायुक्त
इस अवसर पर कमिश्नर रीवा संभाग बीएस जामोद ने कहा कि रीवा का इतिहास शिक्षा के क्षेत्र में समृद्धशाली रहा है। इन प्रतिभावान विद्यार्थियों ने इसमें और चार चाँद लगा दिये हैं। उन्होंने कहा कि सम्मान समारोह में सभी को गौरव का अनुभव हो रहा है,छात्र-छात्राओं, शिक्षकों एवं उनके परिजनों को इस सफलता के लिए बहुत-बहुत बधाई। कमिश्नर ने कहा कि संभाग के 66 बच्चों ने मेरिट लिस्ट में स्थान प्राप्त कर ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की है। आप सभी मंजिल पर कायम रहते हुये लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए सतत प्रयत्नशील रहें।
टॉपर्स ने साझा किया अपना अनुभव
कक्षा 10वीं एवं कक्षा 12वीं में प्रावीण्य सूची में स्थान प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों में सिंगरौली की प्रज्ञा जायसवाल, सतना की प्रियल द्विवेदी, सीधी के दिव्यांशु तिवारी तथा रीवा के अंकुर यादव ने अपने अनुभव बताते हुए सफलता के लिए माता-पिता व गुरूजनों के योगदान का श्रेय दिया।