MP NEWS : डॉ.मोहन यादव कल विवेकानंद नीड़म रेलवे ओवर ब्रिज को दिखाएंगे हरी झंडी, कई दिग्गज नेता रहेंगे मौजूद

ग्वालियर के बहुप्रतीक्षित विवेकानंद नीड़म रेलवे ओवरब्रिज को मुख्यमंत्री डॉ.मोहन यादव कल यानि 8 अप्रैल मंगलवार को जनता को समर्पित करने जा रहे है। इसके साथ ही इस रेलवे ओवरब्रिज से विधिवत आवागमन शुरू हो जाएगा।

MP NEWS : डॉ.मोहन यादव कल विवेकानंद नीड़म रेलवे ओवर ब्रिज को दिखाएंगे हरी झंडी, कई दिग्गज नेता रहेंगे मौजूद

ग्वालियर. शहर में आठ साल बाद विवेकानंद नीड़म रेलवे ओवर ब्रिज बनकर तैयार हो गया है। जिसका लोकार्पण कल यानि की 8 अप्रैल को सीएम मोहन करेंगे। उद्घाटन को लेकर सारी तैयारी पूरी कर ली है। जानकारी के अनुसार सीएम सुबह इस ब्रिज का उद्घाटन करेंगे। इस दौरान पार्टी के दिग्गज नेता मौके पर मौजूद रहेंगे। इस ब्रिज के शुरू होने से शहरवासियों और जिले की जनता के लिए सुगम यातायात का रास्ता खुल जाएगा।

कल विवेकानंद नीड़म ROB का शुभारंभ

ग्वालियर के बहुप्रतीक्षित विवेकानंद नीड़म रेलवे ओवरब्रिज को मुख्यमंत्री डॉ.मोहन यादव कल यानि 8 अप्रैल मंगलवार को जनता को समर्पित करने जा रहे है। इसके साथ ही इस रेलवे ओवरब्रिज से विधिवत आवागमन शुरू हो जाएगा। रेलवे ओवरब्रिज की सुविधा जल्द से जल्द शहरवासियों सहित जिले की जनता को उपलब्ध कराने के लिए मुख्यमंत्री डॉ.यादव के निर्देश पर रेलवे ओवरब्रिज पर विद्युतीकरण सहित रोशनी के लिए पोल व रेडियम लगाना, रोड फर्निशिंग एवं निर्धारित मानकों के अनुरूप सुगम यातायात के लिए शेष काम युद्ध स्तर पर पूरे किए जा रहे हैं। इस आरओबी के शुरू होने पर लश्कर, कम्पू, आमखो इत्यादि क्षेत्र के निवासी नाका चंद्रबदनी से विवेकानंद नीडम होते हुए कलेक्ट्रेट पहुँच सकेंगे। साथ ही आगरा-झाँसी राष्ट्रीय राजमार्ग पर सीधे जा सकेंगे। 

8 साल का इंतजार खत्म

43 करोड़ की लागत से बने विवेकानंद नीड़म रेलवे ओवर ब्रिज का निर्माण कार्य 2017 में शुरू हो गया था। काफी लेट लतीफी के साथ तैयार हुए ROB का निर्माण कार्य पूरा होने के बाद इसके शुभारंभ का इंतजार किया जा रहा था, लेकिन स्थानीय जनता का सब्र का बांध टूट गया और बीते दिनों इस पर आवाजाही शुरू कर दी थी। इसकी जानकारी स्थानीय प्रशासन को जब लगी तो बैरिकेट्स लगाकर इसे बंद कर दिया गया। जिसके बाद स्थानीय लोगों ने बैठक कर जिला प्रशासन को चेतावनी दी थी कि 12 अप्रैल तक इसका विधिवत्त शुभारंभ ना होने की स्थिति में पब्लिक किसी भी वृद्ध के हाथों इसका शुभारंभ कर आवाजाही शुरू कर देगी। इसकी जानकारी जब मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव को लगी तो उन्होंने संज्ञान लेते हुए स्थानीय प्रशासन को 8 अप्रैल के दिन इसका शुभारंभ करने के निर्देश दिए।