MP Monsoon Update: मध्य प्रदेश में फिर एक्टिव हुआ मानसून, 15 अगस्त से तेज बारिश का अलर्ट
मध्य प्रदेश में 13 से 15 अगस्त तक तेज बारिश का अलर्ट जारी किया गया है, बंगाल की खाड़ी में बने लो प्रेशर सिस्टम के कारण मानसून फिर सक्रिय हो गया है।

मध्य प्रदेश में मानसून एक बार फिर से एक्टिव हो गया है. कुछ दिन की रहत के बाद प्रदेश में फिर से भारी बारिश के आसार है. प्रदेश में कई जिलों में बारिश का येलो अलर्ट जारी कर दिया गया है. आने वाले दिनों में 13 से 15 अगस्त के बीच भोपाल, इंदौर, उज्जैन और जबलपुर संभाग में तेज बारिश हो सकती है। बारिश की वजह बंगाल की खाड़ी में बना कम दबाव क्षेत्र है. जिसकी वजह से प्रदेश में बारिश का सिस्टम एक्टिव हो गया है.
मंगलवार 12 अगस्त को मौसम विभाग ने जबलपुर समेत 11 जिलों – छतरपुर, सतना, पन्ना, रीवा, मैहर, दमोह, कटनी, सिवनी, मंडला और बालाघाट – के लिए भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। अनुमान है की अगले 24 घंटे में इन जिलों में साढ़े 4 इंच तक पानी गिर सकता है।
कहां कितनी हुई बारिश
पिछले 24 घंटे की बात करे तो सबसे अधिक 59 मिमी बारिश छतरपुर के नौगांव में दर्ज की गई। खजुराहो और सिवनी में 10-10 मिमी बारिश हुई। सोमवार को दतिया, ग्वालियर, पचमढ़ी, दमोह, सतना जैसे जिलों में भी हल्की बारिश देखने को मिली। मंगलवार सुबह दमोह, अमरपाटन और रामनगर में बारिश हुई, वहीं भोपाल में बादल छाए रहे।
वैज्ञानिकों के अनुसार, अगस्त के दूसरे सप्ताह से शुरू होने वाली तेज बारिश का दौर महीने के अंत तक जारी रहेगा। जिकसी वजह से कई जिलों में अगस्त में ही पूरे साल के बारिश का कोटा पूरा हो सकता है।
अब तक औसत से 29% ज्यादा बारिश
पूर्वी मध्य प्रदेश के जबलपुर, सागर, शहडोल और रीवा संभागों में अब तक औसत से 36% ज्यादा बारिश हुई है, जबकि पश्चिमी हिस्सों – भोपाल, इंदौर, उज्जैन, ग्वालियर, चंबल और नर्मदापुरम – में 23% अधिक बारिश दर्ज की गई है। ओवरऑल पूरे राज्य में अब तक 29% अधिक बारिश हो चुकी है।
सोमवार को प्रदेश में सबसे अधिक तापमान खजुराहो में 35 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया, जबकि सबसे कम पचमढ़ी में 19.6 डिग्री दर्ज हुआ। भोपाल, इंदौर, जबलपुर, शहडोल और सागर संभागों में तापमान सामान्य से 1.6 से 2.4 डिग्री अधिक रहा। उज्जैन में 41 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलीं।
गुना में सर्वाधिक, खंडवा में सबसे कम बारिश
राज्य में अब तक सबसे ज्यादा बारिश गुना में 48.5 इंच दर्ज की गई है, जो औसत से 22.87 इंच अधिक है। वहीं, खंडवा में सबसे कम 13.29 इंच बारिश हुई है, जो औसत से 6 इंच कम है।