MP NEWS : चेयरमैन ने शहडोल जाने में खर्च कर दिए 1 करोड़ रुपये
निजी विश्वविद्यालय विनियामक आयोग के अध्यक्ष डॉ. भरत शरण सिंह ने सरकारी धन का दुरुपयोग किया है। उन्होंने चार सालों में निजी विश्वविद्यालयों के निरीक्षण पर एक करोड़ रुपये से अधिक की राशि खर्च कर दी है।

भोपाल. निजी विश्वविद्यालय विनियामक आयोग के अध्यक्ष डॉ.भरत शरण सिंह ने सरकारी धन का दुरुपयोग किया है। उन्होंने चार सालों में निजी विश्वविद्यालयों के निरीक्षण पर एक करोड़ रुपये से अधिक की राशि खर्च कर दी है। खास बात यह कि निरीक्षण के दौरान सिंह के अधिकांश दौर उनके गृह जिले शहडोल के हुए हैं। वे अधिकतर समय आयोग का वाहन लेकर भोपाल से शहडोल रवाना हुए हैं, जबकि शासकीय नियम उन्हें इसकी पात्रता नहीं देता है।
अवकाश के दिनों में किया दौरा
अध्यक्ष सिंह ने अवकाश के दिन अधिकतम यात्राएं की हैं। वे अवकाश के दिन शहडोल जाते थे, जिसके रास्ते में पड़ने वाले टोल टैक्स पर उनकी गाड़ी गुजरती हुई दिखाई दे रही है। अवकाश के दिन किसी भी विश्वविद्यालय की जांच कैसे हो सकती है। सामान्य तौर पर अवकाश के दिनों में दीक्षांत परेड भी कम आयोजित किए जाते हैं।
साल-दर-साल खर्च में इजाफा
आयोग के अध्यक्ष के यात्रा खर्च में साल दर साल इजाफा हुआ है। निजी विश्वविद्यालय विनियामक आयोग का गठन विश्वविद्यालयों में शिक्षा की गुणवत्ता और तमाम विश्वविद्यालयों में नियम-कानूनों का पालन कराने के लिए किया गया था। शिक्षा व्यवस्था में क्या सुधार हुआ है, यह तो जांच के बाद पता चलेगा, लेकिन उनकी लग्जरी यात्राएं जरूर बढ़ी हैं।
अध्यक्ष से मिली जानकारी
निजी विश्वविद्यालय विनियामक आयोग अध्यक्ष डॉ. भरत शरण का कहना है कि प्रदेश बहुत बड़ा है। विश्वविद्यालय दूर-दूर हैं। उनके दीक्षांत समारोह सहित अन्य कार्यक्रम होते रहते हैं, वहां पर हमें जाना होता है। इसके अलावा समय-समय पर विश्वविद्यालयों का निरीक्षण भी करना होता है। यह राशि इसी पर खर्च हुई है।
नियम के अनुसार
शासकीय नियमानुसार आयोग के अध्यक्ष के लिए किराए के वाहन के लिए अधिकतम सीमा दस लाख तक तय है। इसके बाद भी करीब 25 लाख के वाहन का उपयोग टैक्सी के रूप में किया गया है। सरकारी नियमों के तहत किराए के वाहन का उपयोग मुख्यालय में अधिकतम एक हजार किमी प्रति माह तक ही किया जा सकता है।