33 माह बाद सतना नगर निगम में फिर महिला कमिश्नर

सतना | 2014 बैच की आईएएस अधिकारी तन्वी हुड्डा नगर निगम सतना की 38 वीं कमिश्नर होंगी। उन्हें स्मार्ट सिटी का सीईओ भी बनाया गया है। इस संबंध में गुरूवार को प्रदेश के मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैस ने आदेश जारी कर दिया है । तन्वी मौजूदा समय में मंडला जिला पंचायत की सीईओ हैं। इन्हे 27 जुलाई 2019 को मंडला में पदस्थ किया गया था। पिछले 33 महीनों में यह दूसरा अवसर है जब नगर निगम सतना में किसी महिला को आयुक्त बनाया गया है। इससे पहले जुलाई 2017 में आईएएस प्रतिभा पाल को नगर निगम आयुक्त बनाया गया था । उनका कार्यकाल यहां 10 महीनों का रहा। रोहतक किलोई गांव की तन्वी हुड्डा ने आईएएस परीक्षा में 33 वीं रैंक हासिल की थी।

6 माह का रहा कार्यकाल 
आईएएस तन्वी हुड्डा को तेज- तर्रार कार्यशैली के लिए जाना जाता है। यदि मैहर में बतौर एसडीएम उनके कार्यकाल की बात करें तो यह बहुत ही संक्षिप्त कार्यकाल रहा है, लेकिन वे अपने संक्षिप्त कार्यकाल में ही अपनी छाप छोड़नें में कामयाब रही थीं।  वे मैहर में 11 नवम्बर 2016 को पदस्थ हुर्इं थी और स्थानीय विधायक से विवाद के बाद 16 मई 2017 को मैहर से हटाते हुए नरसिंहगढ़, जिला राजगढ़ की अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व) बना दिया गया था। 

सत्रह दिनों बाद आदेश में संशोधन 
9 फरवरी को नगर निगम के तत्कालीन आयुक्त अमनबीर सिंह बैस को बैतूल कलेक्टर बनाए जाने के साथ ही इसी दिन मंदसौर के जिला पंचायत सीईओ आईएएस रिशव गुप्ता को नगर निगम का आयुक्त बनाए जाने का आदेश प्रदेश के मुख्य सचिव द्वारा जारी किया गया था लेकिन अब तक रिशव द्वारा पदभार नहीं ग्रहण किया गया। इसको देखते हुए गुरूवार को प्रदेश के मुख्य सचिव इकबाल सिंह ने एक आदेश जारी कर रिशव को यथावत रखते हुए तन्वी हुड्डा को नगर निगम का आयुक्त और सीईओ स्मार्ट सिटी बनाया। यह एक संयोग ही है कि इससे पहले निगम आयुक्त बनाए गए रिशव गुप्ता अमरपाटन एसडीएम रह चुके हैं तो तन्वी मैहर एसडीएम । 

संघ के कार्यक्रम में मुफ्त में नहीं दिया था यात्री निवास  
2014 बैच की आईएएस अधिकारी तन्वी हुड्डा नियम - कायदों के पालन के लिए जानी जाती हैं। मैहर एसडीएम रहते हुए इन्होने भाजपा की मातृ संस्था आरएसएस को भी नियमों का आइना दिखाते हुए नियम  पालन के लिए बाध्य कर दिया था। यह बात अलग है कि इसके बाद तन्वी का स्थानांतरण करते हुए उन्हे मैहर से हटाकर राजगढ़ का एसडीएम बना दिया गया था। गौरतलब है कि मैहर में आरएसएस के तीन दिवसीय कार्यक्रम के लिए मां शारदा प्रबंध समिति के यात्री निवास को बगैर किराया दिए विधायक कार्यक्रम कराना चाह रहे थे। पर तत्कालीन एसडीएम तन्वी हुड्डा ने नियमों का हवाला देते हुए किराया जमा कराए जाने के बाद ही यात्री निवास मुहैया कराने की बात कही , यहीं से विवाद शुरू हुआ था। यहां तक कि इस मामले में विधायक ने कलेक्टर से भी मुफ्त में यात्री निवास लेने की कोशिश की लेकिन कलेक्टर का हस्तक्षेप भी काम नहीं आया ।  

अंतत: विधायक को रुपए जमा कराने पड़े थे। मैहर में यात्री निवास क्रमांक तीन में तीन दिनों के लिए संघ का कार्यक्रम आयोजित किया गया था। इस कार्यक्रम में आरएसएस के सह सरकार्यवाह भैय्याजी जोशी आए थे। समिति की प्रशासक व मैहर एसडीएम तन्वी हुड्डा ने इसके लिए आयोजकों से एक लाख तीस हजार रुपए किराया जमा करवाया था। बहरहाल अब कमिश्नर के तौर पर उनकी तैनाती के आदेश आने के बाद नगर निगम के कंफर्ट जोन में काम कर रहे कुछ अधिकारियों व कर्मचारियों के बीच खलबली है और वे आगत के स्वागत की तैयारी में जुट गए हैं।