बुजुर्ग महिला से लिया पैसा, फार्मासिस्ट निलंबित

सतना | जिला अस्पताल हो या कोई भी सरकारी स्वास्थ्य संस्था वहां दवाइयों का वितरण मुफ्त किया जाता है,जबकि ओपीडी की पर्ची भी डीएच के अलावा फ्री है इसके बाद भी सरकारी अस्पतालों में पदस्थ्य अमला गरीबो को लूटने से बाज नहीं आ रहा है। एसे ही मामले में एक बुजुर्ग महिला से फार्मासिस्ट को पैसे लेना महंगा पड़ गया और शिकायत मिलने के बाद कलेक्टर ने फार्मासिस्ट को निलंबित कर दिया है। ये रिश्वत कांड शहरी स्वास्थ्य के सिंधी कैंप सिविल डिस्पेंसरी का है जहां लगातार पैसे लेकर उपचार व दवाइयां मुहैया कराने की शिकायत सामने आ रहीं थी। अब इसे कलेक्टर ने संज्ञान लेते हुए कार्रवाई की है और सस्पेंड फार्मासिस्ट को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र रामपुर बाघेलान अटैच कर दिया है।

दरअसल शहरी स्वास्थ्य संस्था सिविल डिस्पेंसरी सिंधी कैंप में पदस्थ फार्मासिस्ट राघुवेंद्र सिंह लंबे अर्से से वहां आने वाले मरीजों से कभी ओपीडी पर्ची के नाम पर तो कभी दवा देने के लिए पैसे लेता था। फार्मासिस्ट के इन कारनामों को स्टार समाचार ने अपने बिगत अंक में प्रमुखता से प्रकाशित किया था। अब फार्मासिस्ट के इस गोरखधंधे को कलेक्टर ने खुद संज्ञान लिया और कार्रवाई करते हुए फार्मासिस्ट को निलंबित किया है। बीते दिनों एक बुजुर्ग महिला सिविल डिस्पेंसरी में आई तो फार्मासिस्ट ने उससे पैसों की मांग की ,लेकिन उसके पास महज 20 रुपए ही थे उसके बाद भी महिला से 20 रुपया ले लिया। जबकि इसके पहले भी एक लड़की की मौजूदगी सिविल डिस्पेंसरी में सुर्खियों में आई थी और सीएमएचओ की नोटिस के बाद लड़की वहां से हटा दी गई जबकि वो स्वास्थ्य कर्मचारी नहीं थी।

एफआईआर भी दर्ज
फार्मासिस्ट को निलंबित करने के बाद भी कलेक्टर की कार्रवाई यहीं नहीं रुकी और राघुवेंद्र के कारनामों के विरुद्ध स्वास्थ्य विभाग को फार्मासिस्ट के खिलाफ पुलिस थाने में एफआईआर दर्ज कराने के निर्देश दिए गए। कलेक्टर के निर्देश पर सीएमएचओ कार्यालय से कोलगवां थाने में एफआईआर दर्ज करने के लिए आवेदन सोमवार को भेजा गया है। सूत्रों की माने बुजुर्ग महिला से पैसे लेने के अलावा अभद्रता के भी आरोप हैं जिसके बाद अपराध दर्ज कराने के निर्देश मिले हैं।

उचेहरा में भी हुआ था निलंबन
फर्मासिस्ट राघुवेंद्र सिंह को कलेक्टर ने सोमवार को निलंबित कर रामपुर बाघेलान सीएचसी अटैच किया है ये पहली बार नहीं है। इसके पहले भी उचेहरा के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में पदस्थ रहते हुए फार्मासिस्ट ने संविदा एएनएम के साथ अभद्रता की थी और साल 2011 में भी निलंबित किया गया था।

फार्मासिस्ट के खिलाफ शिकायत मिली थी जिसकी जांच में दोष पाया गया। उसे निलंबित किया गया है और एफआईआर भी दर्ज होगी।
डॉ एके अवधिया, सीएमएचओ