पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों के विरोध में युवा कांग्रेस ने निकाली बाइक की शव यात्रा
भोपाल | मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष कमल नाथ ने पेट्रोल-डीजल और रसोई गैस के दामों में हो रही बढ़ोत्तरी के विरोध में 20 फरवरी को आधे दिन स्वेच्छा से प्रदेश बंद करने का आह्वान किया है। कमल नाथ ने कहा पेट्रोल झ्र डीजल एवं रसोई गैस के दामों में निरंतर वृद्धि हो रही है, जनता पर महंगाई की मार निरंतर बढ़ती जा रही है। जो लोग महंगाई से राहत के नाम पर सत्ता में आये थे, वो आज जनता को रोज महंगाई की आग में झोंक रहे हैं।
पेट्रोल, डीजल के दाम आसमान छू रहे हैं। इस पर राजनीति भी गरमाती जा रही है। सोमवार को युवा कांग्रेस ने सांकेतिक रूप से बाइक की शव यात्रा निकाल कर विरोध किया। भोपाल युवा जिला कांग्रेस के अध्यक्ष नरेन्द्र यादव ने कहा, बेरोजगारी बढ़ती जा रही है। सरकार पेट्रोल-डीजल के दाम बढ़ाते जा रही है। हमारी मांग है कि तुरंत पेट्रोल-डीजल के बढ़ते दामों को कम किया जाए। दोपहर करीब 1.30 बजे भोपाल युवा कांग्रेस के कार्यकर्ता बोर्ड आॅफिस चौराहे पर एकत्रित हुए।
सांकेतिक रूप से मोटरसाइकिल को हाथ ठेले पर रख कर उसका शव सजाया गया। इसके बाद डीबी मॉल चौराहे के तरफ बढ़े। चौराहे से आगे बढ़ने से पहले ही पुलिस ने रोक लिया। कुछ देर युवा कांग्रेस कार्यकर्ता वापस मुड़कर शनि मंदिर के सामने पहुंचे। यहां प्रदर्शन खत्म कर दिया। पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों के विरोध में सांकेतिक प्रदर्शन किया। पेट्रोल 100 रुपए लीटर होने जा रहा है। इसमें मोटरसाइकिल के बढ़ती महंगाई में खुद को पोषण नहीं कर सकने के चलते आत्महत्या कर की, जिसकी शव यात्रा निकाली।
कमलनाथ ने शिवराज से पूछा- कहां गायब हो गई साइकिलें?
पेट्रोल-डीजल के आसमान छूते दामों ने हर परिवार का बजट बिगाड़ दिया है। इस पर सियासी विरोध भी तेज हो गया है। पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को घेरते हुए कहा कि कहां गायब हो गई साइकिलें? क्या पंचर हो गई हैं? कमलनाथ ने शिवराज पर यह तंज इसलिए कसा, क्योंकि 12 साल पहले (2008) तत्कालीन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने साइकिल से मंत्रालय जाकर पेट्रोलियम पदार्थों के दामों की वृद्धि का विरोध किया था। उस समय केंद्र में यूपीए की सरकार थी और पेट्रोल के दाम 50 रुपए थे। अब मोदी सरकार में यही दाम 100 रुपए पार कर गए हैं। वैसे, पेट्रोल-डीजल के दामों पर सियासत नई नहीं है। बीजेपी और कांग्रेस ने ईंधन के दामों को लेकर हमेशा विरोध किया। बावजूद, मध्य प्रदेश में पेट्रोल के दाम कई जिलों 100 रुपए के पार हो गए हैं। इससे स्पष्ट है, विरोध जनता को राहत दिलाने के लिए कम, सियासी ज्यादा रहा है।
जनता को महंगाई की आग में झोंका
पूर्व सीएम कमलनाथ ने सरकार पर हमला करते हुए कहा- पेट्रोल- डीजल एवं रसोई गैस के दामों में निरंतर वृद्धि हो रही है। जो लोग महंगाई से राहत के नाम पर सत्ता में आये थे वो आज जनता को रोज महंगाई की आग में झोंक रहे हैं। जनता निरंतर करो में कमी कर राहत प्रदान करने की माग कर रही है लेकिन भाजपा सरकार तानाशाही रवैया अपनाते हुए किसी भी प्रकार की राहत प्रदान नहीं कर रही है।
निगम को घेरने पहुंचे कांग्रेसियों को पुलिस ने सड़क पर दौड़ा-दौड़ाकर पीटा
ग्वालियर में सड़क, बिजली, पानी व महंगाई के विरोध में सोमवार दोपहर नगर निगम कार्यालय घेरने पहुंचे कांग्रेसियों को पुलिस ने सड़क पर दौड़ा-दौड़ा कर पीटा। जब महिलाओं ने मोर्चा संभाला, तो पुलिस ने उन्हें खदेड़ने के लिए वॉटर कैनन से पानी फेंका। पुलिस के धक्का-मुक्की करने और डंडा चलाने से नाराज कांग्रेसियों ने प्रदेश सरकार के विरोध में नारेबाजी भी की। भीड़ को काबू में करने के लिए पुलिस ने डंडे भी चलाए, जिससे 15 से 20 लोग घायल हो गए। प्रदेश में लगातार घरेलू गैस सिलेंडर, पेट्रोल महंगा हो रहा है। सड़कों की हालत खराब है। नगर निगम के पास स्ट्रीट लाइट की जिम्मेदारी है, लेकिन लाइट्स नहीं जलती हैं। इस कारण महिलाओं के साथ वारदातें बढ़ रही हैं। घटनाओं पर कांग्रेस ने नगर निगम दफ्तर पर हल्ला बोल प्रदर्शन का ऐलान किया था।