MP में मंत्रिमंडल फेरबदल की हलचल तेज
बिहार चुनाव नतीजों के बाद अब मध्यप्रदेश में मंत्रिमंडल फेरबदल की चर्चा तेज हो गई है.
भोपाल: बिहार चुनाव नतीजों के बाद अब मध्यप्रदेश में मंत्रिमंडल फेरबदल की चर्चा तेज हो गई है. सूत्रों की माने तो मोहन यादव सरकार में जल्द बड़ा बदलाव हो सकता है. माना जा रहा है कि कुछ मंत्रियों को संगठन में जिम्मेदारियां दी जा सकती हैं, जबकि कुछ नए चेहरों को मौका मिल सकता है.
मध्यप्रदेश की मोहन सरकार को दिसंबर में दो साल पूरे होने जा रहे हैं. सरकार के दो साल के कामकाज के आंकलन के साथ ही सभी मंत्रियों का रिपोर्ट कार्ड तैयार किया जा रहा है.
इस बिंदुओं को होगा रिपोर्ट कार्ड तैयार
- मंत्रियों ने अपने विभाग में कितने नवाचार किए
- सरकारी योजनाएं धरातल पर कितनी उतरी
- केंद्र सरकार के अभियान को सफल बनाने में मंत्रियों ने किस तरह का प्रदर्शन किया
- पार्टी संगठन के कामों में मंत्री ने कितनी भूमिका निभाई
- मंत्री का अपने क्षेत्र में कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों के साथ किस तरह का समंवय रहा
- मंत्री की अपने क्षेत्र की जनता के बीच कितनी सक्रियता रही
31 सदस्यीय मंत्रिमंडल में चार पद खाली हैं. ऐसे में माना जा रहा है कि संभावित विस्तार या फेरबदल के ज़रिए सरकार क्षेत्रीय संतुलन को मजबूत करने और 2028 के विधानसभा चुनावों से पहले टीम को पुनर्गठित करने की तैयारी में है.
इस समीक्षा के दायरे में सिर्फ मंत्री ही नहीं, बल्कि विधायक भी हैं. उनसे ही में अपने-अपने क्षेत्रों के विकास के लिए रोडमैप तैयार करने को कहा था. विधायक निधि के उपयोग, क्षेत्रीय समस्याओं पर काम और जनसंपर्क को भी रिपोर्ट में शामिल किया गया है. यह रिपोर्ट भी जल्द मुख्यमंत्री को सौंपी जाएगी, जिससे स्पष्ट है कि यह प्रक्रिया केवल मंत्रिमंडलीय बदलाव तक सीमित नहीं है. राजनीतिक गलियारों में यह चर्चा भी तेज है कि पूर्व में मंत्री रह चुके दो वरिष्ठ बीजेपी विधायक फिर से मंत्रिमंडल में आ सकते हैं.
shivendra 
