1 अगस्त से जुड़े बड़े बदलाव, ट्रम्प के टैरिफ से लेकर घरेलू सिलेंडर की कीमत तक
1 अगस्त से कई नए नियम लागू हो गए हैं, जिनमें गैस सिलेंडर की कीमतों में बदलाव, बैंकिंग और UPI नियमों में संशोधन शामिल हैं। इन बदलावों का सीधा असर आम जनता की रोजमर्रा की जिंदगी और आर्थिक लेन-देन पर पड़ेगा।

आज से अगस्त महीने की शुरुआत हो चुकी है। इसी के साथ आज से कई नियमों में बदलाव हो गए हैं। हर महीने की शुरुआत में कुछ नियमों में बदलाव किए जाते हैं, जैसे गैस सिलेंडर के दामों में उछाल या गिरावट, UPI पेमेंट से जुड़े नियमों में बदलाव आदि। आइए देखते हैं कि आज किन-किन नियमों में बदलाव किए गए हैं।सबसे पहले बात करते हैं एलपीजी गैस सिलेंडर की कीमतों की।
एलपीजी गैस सिलेंडर की कीमतों में कटौती
आज से ऑयल मार्केटिंग कंपनियों ने कमर्शियल एलपीजी गैस सिलेंडर की कीमतों में कटौती की है। अब 19 किलोग्राम वाला कमर्शियल एलपीजी सिलेंडर 33.50 रुपये की कटौती के साथ 1631.50 रुपये में मिलेगा। हालांकि घरेलू एलपीजी सिलेंडर की कीमतों में कोई बदलाव नहीं किया गया, जिसके चलते घरेलू उपभोक्ताओं को कोई राहत नहीं मिली।
ट्रम्प ने भारत पर 25% टैरिफ लगाने का फैसला 7 दिनों के लिए टाल दिया है।
यह टैरिफ 1 अगस्त से लागू होने वाला था, जिससे भारतीय निर्यातकों को अमेरिका में सामान भेजना महंगा पड़ता। हालांकि ट्रम्प ने भारत को 7 दिन की राहत दे दी है, जिससे भारत के बाजार में थोड़ी राहत देखने को मिल रही है।
इंदौर और भोपाल में आज से बिना हेलमेट के पेट्रोल नहीं दिया जाएगा।
यह नियम आज से दोनों शहरों में लागू कर दिया गया है। तो अगर आप भी बिना हेलमेट के दोपहिया वाहन का इस्तेमाल कर रहे हैं, तो हेलमेट पहनना अनिवार्य है।
UPI से जुड़े नियमों में भी कुछ बदलाव किए गए हैं।
अब आप दिन में सिर्फ 50 बार ही अपना बैंक बैलेंस चेक कर पाएंगे। हालांकि बहुत कम लोग ही दिन में इतनी बार बैलेंस चेक करते हैं। साथ ही, अब ऑनलाइन पेमेंट करते समय पैसे प्राप्त करने वाले का नाम भी दिखाई देगा, जिससे गलत ट्रांजेक्शन से बचा जा सकेगा।
मार्केट रेपो और ट्राई पार्टी रेपो लेनदेन के नए कारोबारी घंटे अब सुबह 9 बजे से शाम 4 बजे तक होंगे।
पहले यह समय सुबह 9 से दोपहर 3 बजे तक था, लेकिन अब इसे बढ़ाकर शाम 4 बजे तक कर दिया गया है।
बैंकिंग कानून (संशोधन) अधिनियम, 2025 आज से लागू हो गया है।
इस संशोधित कानून का उद्देश्य बैंक प्रबंधन को मजबूत बनाना, जमाकर्ताओं और निवेशकों की सुरक्षा सुनिश्चित करना है।