मध्य प्रदेश में SIR पर सियासत, कांग्रेस-बीजेपी आमने-सामने

SIR पर मध्यप्रदेश में सियासत शुरू हो गई है। कांग्रेस इसे डराने का प्रयास बता रही है, जबकि बीजेपी का कहना है कि SIR से अवैध वोट हटेंगे और कांग्रेस के मंसूबे नाकाम होंगे।

मध्य प्रदेश में SIR पर सियासत, कांग्रेस-बीजेपी आमने-सामने

  भोपाल:चुनाव आयोग ने देश के 12 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में (SIR) यानी विशेष गहन पुनरीक्षण के दूसरे चरण की घोषणा कर दी है। इसमें मध्य प्रदेश भी शामिल है, जहां इस बार 65 हजार 14 बूथों पर मतदाता सूची का पुनरीक्षण होगा। राज्य में 1 लाख 19 हजार 40 बीएलओ (BLO) घर-घर जाकर मतदाताओं से फॉर्म भरवाएंगे और विवरण की जांच करेंगे। यह प्रक्रिया 4 नवंबर से शुरू होकर 4 दिसंबर 2025 तक चलेगी। SIR पर अब मध्यप्रदेश में सियासी पारा चढ़ गया है। इस पर कांग्रेस-बीजेपी आमने-सामने हो गई है।

SIR प्रक्रिया पर कांग्रेस रखेगी नजर

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने इसे चुनाव आयोग और बीजेपी का डराने वाला प्रयास बताया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस देश, संविधान और लोकतंत्र की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है। पटवारी ने आरोप लगाया कि बीजेपी चुनाव आयोग का दुरुपयोग कर रही है, और कहा कि हर बूथ पर कांग्रेस का बीएलए मौजूद रहेगा, जो SIR प्रक्रिया पर नजर रखेगा ताकि वोट चोरी न हो सके।

बीजेपी ने कहा SIR से हटेंगे अवैध वोट

बीजेपी प्रवक्ता अजय सिंह यादव ने SIR को बेहतर प्रक्रिया बताते हुए कहा कि इससे अवैध नागरिकों के वोट हटाए जाएंगे। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस पाकिस्तान और बांग्लादेशी वोटों के सहारे चुनाव जीतना चाहती है, लेकिन SIR से उसके मंसूबे नाकाम हो जाएंगे, इसलिए वह इसका विरोध कर रही है।