जबरन कोई गाड़ी में चढ़े तो डायल करें 100 नम्बर, ओव्हरलोड गाड़ी मिली तो कोर्ट में पेश होगा चालान

सतना | सीधी जैसा बस हादसा दोबारा न हो इसके लिए प्रदेश भर में इंतजाम शुरू कर दिए गए हैं। इसी कड़ी में सतना में भी शुक्रवार को जहां दिन भर यात्री वाहनों की चेकिंग की गई वहीं शाम को पुलिस कंट्रोल रूम में पुलिस अधीक्षक ने बस आपरेटरों की बैठक ली। लगभग एक घंटे तक चली बैठक के दौरान पुलिस अधीक्षक धर्मवीर सिंह ने जहां बस आपरेटरों की समस्याएं सुनी वहीं व्यवस्था में सुधार के सुझाव भी लिए। इसके अलावा उन्होंने सभी बस आपरेटरों को नियम- कायदों के साथ बसों के संचालन की नसीहत भी दी। 

बैठक के दौरान आपरेटरों ने बताया कि 90 फीसदी बसों में सवारियां निर्धारित क्षमता के हिसाब से ही रहती हैं। 10 फीसदी बसें ऐसी हैं वो भी ग्रामीण रूट की जिनमें क्षमता से ज्यादा सवारियां होती हैं। इसकी दो वजहें हैं कि पहली अराजक तत्व और दूसरी छात्र। बस आपरेटरों के मुताबिक अराजक तत्व और छात्र जबरन बसों में चढ़ते हैं जिससे बसें ओव्हरलोड तो हो जाती हैं लेकिन किराया भी नहीं मिलता।  बस आपरेटरों की इस समस्या पर पुलिस अधीक्षक ने स्पष्ट कहा कि आप सब लोग नियम- कायदों से चलें, ओव्हरलोड गाड़ी पाए जाने पर गाड़ी थाने में खड़ा कराई जाएगी और चालान कोर्ट में पेश किया जाएगा। जहां तक अराजक तत्वों की बात है तो इनके लिए 100 डायल करें ऐसे लोगों से पुलिस निपटेगी। 

टाइमिंग दुर्घटना का बड़ा कारण 
यात्री बसों की दुर्घटना के लिए कौन से कारण जिम्मेदार हैं, इस सवाल के जवाब में बस आपरेटरों ने बताया कि क्षतिग्रस्त रोड, रूट में फिकवेंसी का निर्धारण नहीं होने से एक ही समय चक्र पर कई गाड़ियों को परमिट जारी हो जाते हैं। इसके चलते दो गाड़ियों के बीच सवारियों को लेकर भागमभाग रहती है ऐसे में दुर्घटना की संभावना ज्यादा बनी रहती है।

इसलिए हुई सीधी में बस दुर्घटना 
पुलिस कंट्रोल रूम में बस आपरेटरों के साथ बैठक की शुरुआत में सबसे पहले सीधी में हुए बस हादसे में मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि दी गई, इसके बाद पुलिस अधीक्षक द्वारा सभी बस आपरेटरों से इस बात की जानकारी चाही गई कि दुर्घटना कैसे हुई और इसके लिए दोषी कौन है? इस पर बस आपरेटरों ने बताया कि इसके लिए पूरी तरह से प्रशासन जिम्मेदार हैं। परीक्षा और जाम दोनों की जानकारी प्रशासन को थी इसके बावजूद कोई वैकल्पिक व्यवस्था  नहीं की गई थी। छात्रों की परीक्षा के कारण बस का रूट बदला गया और बस में ओव्हरलोड सवारियां थी अन्यथा रोज 10-15 सवारियां ही बड़ी मुश्किल से होती थीं। 

ये रहे मौजूद 
पुलिस कंट्रोल रूम में आयोजित बैठक के दौरान पुलिस अधीक्षक धर्मवीर सिंह के अलावा सीएसपी विजय प्रताप सिंह, ट्रैफिक डीएसपी किरण किरो, आरटीओ संजय श्रीवास्तव, बस आॅनर्स एसोसिएशन के जिला मंत्री बृजेन्द्र सिंह परिहार, पूर्व मंत्री राजेश सिंह गहरवार, राहुल सिंह आदि मौजूद रहे।