कथनी और करनी में अंतर नहीं होना चाहिए: ज्योतिरादित्य सिंधिया

ग्वालियर। राज्यसभा सांसद व बीजेपी नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कांग्रेस को नसीहत दी है। सिंधिया ने कहा कि जो राजनीतिक दल सिद्धांतों और मूल्यों से शून्य हो जाए उसकी स्थिति ऐसी ही हो जाती है।  इस दौरान उन्होंने बाबूलाल चौरसिया के कांग्रेस में शामिल होने पर टिप्पणी करते हुए मीडिया से बात करते हुए कहा है कांग्रेस की जो स्थिति है, वह ऐसी घटनाओं से जनता के समक्ष आ जाती है, कांग्रेस की कथनी और करनी में अंतर है। 

मीनाक्षी नटराजन ने भी किया विरोध
यही नहीं वरिष्ठ कांग्रेस नेत्री व पूर्व सांसद मीनाक्षी नटराजन ने भी गोडसे भक्त बाबूलाल चौरसिया का विरोध करते हुए लिखा है कि गांधी के मार्ग से प्रभावित होकर मैंने राजनीति का संकल्प लिया था, नाथुराम गोड़से ने उनके 32 सालों के काम को लेकर उन्हें मारा था। आज उनके उपासक यदि कांग्रेस में लिए जाते हैं, तो सवाल उठता है कि क्या गांधी की विचारधारा आज भी हावी नहीं है? मैं इसका समर्थन नहीं कर सकती, ये मेरा निजी मत है।