पथ विक्रेता अपने काम-धंधे संचालित कर सम्मान से जीवन जिएं: CM

भोपाल | मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि मेरा हर संभव प्रयास है कि प्रदेश के बेटा-बेटी, भाई-बहन अपने स्वयं के काम-धंधे संचालित करें और सम्मान से जीवन जिएं। यह हो गया तो मानूंगा कि मेरा मुख्यमंत्री बनना सार्थक हुआ। मुख्यमंत्री चौहान ने आज मिंटो हाल में 40 हजार ग्रामीण पथ विक्रेताओं को एक साथ दस-दस हजार रुपए के ऋण उपलब्ध कराने के लिए पट्टिका का अनावरण किया। आरंभ में मुख्यमंत्री चौहान ने प्रदेशवासियों से कोरोना से सतर्क रहने की अपील की। उन्होंने कहा कि कोरोना से बचाव के लिए आवश्यक सावधानियों जैसे मास्क लगाना, दो गज की दूरी, बार-बार हाथ धोना और सेनेटाईजर का उपयोग जरूरी है। महाराष्ट्र में लगातार मामले बढ़ रहे हैं। आवश्यक सावधानियां अपनाकर ही कोरोना से बचा जा सकता है। 

लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी ने कहा है कि कोविड 19 वैक्सीनेशन के पहले चरण में अब तक कुल पंजीकृत के विरुद्ध 68.5 प्रतिशत स्वास्थ्य कार्यकर्ता और फ्रंट लाइन वर्कर को कोविड 19 वैक्सीन का पहला डोज देकर मध्यप्रदेश देश में पहले स्थान पर है। प्रदेश में अब तक 5 लाख 99 हजार स्वास्थ्य और फ्रंट लाइन वर्कर को वैक्सीन की पहली डोज दी जा चुकी है।

पथ विक्रेताओं को पहचान पत्र होंगे जारी
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि पथ विक्रेताओं को पहचान-पत्र जारी किए जाएंगे। उनके काम के स्थान के निर्धारण के साथ-साथ पंजीयन प्रक्रिया भी अपनाई जाएगी। इस दिशा में और क्या नवाचार हो सकता है, इस संबंध में भी सुझाव आमंत्रित किए जाएंगे। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि गांव-कस्बों में छोटी पूंजी से संचालित हो सकने वाले कार्यों में उद्योगपति अपनी घुसपैठ न बना पाएं। इसके लिए ही ग्रामीण पथ विक्रेताओं को सरलता से ऋण उपलब्ध कराने और सूदखोरों के चंगुल से मुक्त रखने के लिए यह योजना संचालित की गई है। ग्राम स्तर पर लोग सशक्त हों, इस उद्देश्य से ही शाला यूनिफार्म की सिलाई का कार्य और पोषण आहार का कार्य स्व-सहायता समूहों को सौंपा गया है। इस अवसर पर वित्त मंत्री जगदीश देवड़ा, खनिज साधन एवं श्रम मंत्री बृजेन्द्र प्रताप सिंह और अपर मुख्य सचिव ग्रामीण एवं पंचायत विकास मनोज श्रीवास्तव भी उपस्थित थे।