एनडीआरएफ की टीम पहुंची रीवा, बाढ़ सुरक्षा इंतजामों का लिया जा रहा जायजा

रीवा जिलाधिकारी  प्रभारी कमिश्नर रीवा  संभाग के निर्देशन में 11 एनडीआरएफ वाराणसी की 20  सदस्यों की टीम बाढ़ संभावित इलाकों का दौरा कर रही है एवं बाढ़ सुरक्षा इंतजामों का जायजा ले रही है। इसी कड़ी में एनडीआरएफ की टीम ने  रीवा के बाढ़ संभावित क्षेत्रों का निरीक्षण किया। तहसील के अधिकारियों के साथ टीम कमांडर  निरीक्षक  पवन  भास्कर, सहायक उपनिरीक्षक  जितेंद्र कुमार और उनकी टीम ने हुजूर तहसील के  राजघाट, पुष्पराज  घाट   विक्रम घाट आदि क्षेत्रों का निरीक्षण किया।

बाढ़ संभावित इलाकों का निरीक्षण करते हुए मौके पर आर आई श्रीमती डॉ. मधु राजेश तिवारी डिस्ट्रिक्ट कमांडेंट रीवा, पीएस चंदेल पीसी (एसडीआरएफ) एवं अन्य लोग मौजूद रहे। इस दौरान शासकीय जूनियर अनुसूचित जाति बालक छात्रावास  झिरिया रीवा मध्य प्रदेश मैं पौधारोपण किया गया। टीम ने बाढ़ के दौरान बचाव के लिए प्राथमिक उपचार के तरीकों के बारे में बताया, साथ ही बताया कि कैसे मास्क लगाकर सामाजिक दूरी का पालन करते हुए संक्रमण से बचा जा सकता है।आपातकालीन किट को रखें तैयार

बाढ़ जैसी स्थिति में तत्कालीन बचाव के लिए एक किट तैयार कर लें। जिसमें आपात स्थिति में ली जाने वाली दवाएं मौजूद हो, टार्च, पानी बोतल, रस्सी, पानी पल्ला, माचिस, चाकू, साबुन, सूखा राशन, बच्चों के लिए पाउडर दूध, बुजुर्गों की दवाएं, प्लास्टिक की थैली में घर के जरूरी दस्तावेज इत्यादि सामान सुरक्षित रखें जो आपात स्थिति में काम आ सके। आगामी दिवस में एनडीआरएफ टीम द्वारा आपदा से संबंधित विभाग के प्रमुख अधिकारियों से चर्चा एवं डाटा कलेक्शन का कार्य किया जाएगा। इसके उपरांत टीम द्वारा रीवा क्षेत्र के बाढ़ प्रभावित इलाकों जैसे त्योंथर, सोनौरी, सोहागी, जवा,पटेहरा,अतरैला इत्यादि क्षेत्रों में आपदा प्रबंधन से संबंधित जागरूकता कार्यक्रम एवं मॉकड्रिल का आयोजन भी किया जाएगा। इसके अतिरिक्त टीम द्वारा जिला रीवा के प्रमुख वाटरफॉल जैसे चचाई, पुरवा, क्योंटी का भी निरीक्षण किया जाएगा एवं इस क्षेत्र में संभावित दुर्घटनाओं से कैसे बचा जाए इसकी जानकारी भी दी जाएगी।