सीहोर के 15 मजदूरों को काम दिलाने हरियाणा ले गया बिचौलिया, 11 लापता

सीहोर के पंद्रह मजदूरों को काम दिलाने के लिए हरियाणा लेकर गया बिचौलिया गायब हो गया है। जाने से पहले वह मजदूरों के हिस्से की तीस-तीस हजार रुपए मजदूरी भी ठेकेदार से एडवांस में ले गया है।

सीहोर के 15 मजदूरों को काम दिलाने हरियाणा ले गया बिचौलिया, 11 लापता
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SEHORE. सीहोर के पंद्रह मजदूरों को काम दिलाने के लिए हरियाणा लेकर गया बिचौलिया गायब हो गया है। जाने से पहले वह मजदूरों के हिस्से की तीस-तीस हजार रुपए मजदूरी भी ठेकेदार से एडवांस में ले गया है। उनमें से चार मजदूर किसी तरह से भागकर सीहोर लौट आए हैं, लेकिन 11 अब भी लापता हैं। चारों मजदूरों सहित लापता 11 मजदूरों के परिजन तीन दिन से थाने के चक्कर काट-काटकर परेशान हैं, लेकिन पुलिस सुनने को तैयार नहीं है। पुलिस का कहना है कि हमें कोई संदिग्ध गतिविधि नहीं लग रही है।

यह सनसनीखेज वारदात राजधानी से लगे सीहोर जिले के कोतवाली इलाके की है। मजदूरी के लिए जाने वाले तकरीबन सभी मजदूर कोतवाली थाना क्षेत्र के रहने वाले हैं। लौटकर आने वाले मजदूरों और परिजनों को यह नहीं पता कि उन्हें लेकर कौन सा बिचौलिया गया था। बताते हैं कि उनकी बातचीत ग्वालियर जाने को लेकर हुई थी। पहले तय हुआ था कि सभी लोग मजदूरी के लिए ग्वालियर जाएंगे। बाद में बिचौलिया उन्हें ग्वालियर की बजाय लेकर हरियाणा चला गया। उन्हें एक ठेकेदार के हवाले कर दिया। मामले में बिचौलिए की भूमिका इसलिए संदिग्ध लगती है, क्योंकि वह मजदूरों को गुमराह कर ले गया। दूसरा उनके हिस्से की राशि भी लेकर गायब हो गया है।

काम करने से मना किया तो बना लिए गए बंधक

सीहोर जिले के कोतवाली थाना क्षेत्र के स्वदेश नगर में रहने वाला कमल प्रजापति एक अप्रैल से लापता हैं। वह अपने 14 अन्य साथियों के साथ ग्वालियर मजदूरी करने गया था, लेकिन उसके बाद वह वापस नहीं लौटा। इसी बीच पीड़ित परिवार को पता चला कि वह अकेला नहीं गया है। उसके साथ 14 अन्य लोग भी गए हैं। इनमें से चार लोग तीन दिन पहले गांव वापस लौट आए हैं। लौटने वालों ने मुकेश प्रजापति को बताया कि तुम्हारे पिता भी ग्वालियर गए थे, लेकिन उन्हें हरियाणा ले जाया गया है। जो व्यक्ति उन्हें ले गया था, उसने उन्हें एक ठेकेदार के हवाले कर दिया। उनकी मजदूरी के तीस-तीस हजार रुपये भी ठेकेदार से लेकर गया है। इस कारण मजदूरों ने काम करने से इंकार कर दिया। मना करने के बाद उन्हें बंधक बना लिया गया है। यह जानकारी मिलने के बाद कमल प्रजापति के बेटे मुकेश प्रजापति और नरेंद्र प्रजापति सीहोर के कोतवाली थाने में रिपोर्ट दर्ज कराने पहुंचे, लेकिन पुलिस ने इनकार कर दिया। कमल की तरह जितेंद्र प्रजापति के पिता भी लापता हैं। जितेंद्र की इसी महीने शादी होना है। उसने बताया कि लापता कमल प्रजापति मेरे सगे मामा हैं। मेरे पिता और मामा साथ में गए थे। हमने पुलिस को पूरी घटना भी बताई है, लेकिन पुलिस सुनने को तैयार नहीं है।

आपको किसने बोला कि वहां पर बंधक हैं

सीहोर के कोतवाली थाना प्रभारी रवींद्र यादव ने बताया कि गुमशुदगी हमने दर्ज की थी। हमारे यहां सिर्फ राकेश की गुमशुदगी दर्ज थी। उससे पूछताछ कर ली गई है। मजदूरों के हिस्से के पैसे बिचौलिया ले गया है। हरियाणा के जिस थाना क्षेत्र में मजदूरों को ले जाया गया है, वहां के थाना प्रभारी को भी मौके पर पहुंचाया गया था। हमने मजदूरों से बात की है। बंधक बनाने जैसे हमें कोई सबूत नहीं मिले हैं। हालांकि ग्वालियर की बजाय हरियाणा ले जाने और बिचौलिए के संबंध में सवाल पूछने पर वे कोई जवाब नहीं दे पाए। साले और बहनोई के लापता होने के मामले को लेकर पूछे गए सवाल का भी उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया। बार-बार पूछे जाने पर थाना प्रभारी यादव ने कहा, आपको किसने बता दिया कि वे वहां पर बंधक बनाए गए हैं।