सिगरेट कारोबारी ने जमा कराए 12.8 लाख

सतना | गुरुवार सुबह सतना में कोलगवां पुलिस द्वारा पकड़ी गई 13 लाख रुपये से अधिक की अवैध सिगरेट मामले का राज्यकर विभाग की ओर से पटाक्षेप कर दिया गया। एन्टी इवेजन ब्यूरो सतना द्वारा माल पकड़े जाने के बाद ई-वे बिल जनरेट करने की पुष्टि हो जाने के बाद शुक्रवार को मामले में दखल दिया था। शनिवार को व्यापारी द्वारा कर और पेनाल्टी के रूप में 12 लाख 8 हजार रुपये जमा कराने का चालान प्रस्तुत करने के बाद आखिर एईबी द्वारा कोलगवां पुलिस को पत्र लिखकर कार व माल रिलीज कर दिया। एईबी द्वारा मामला समाप्त करने के बाद भी व्यापारी की मुश्किले समाप्त नहीं हुईं। इस मामले में कोलगवां पुलिस द्वारा धारा 102 के तहत प्रकरण पंजीवृद्ध किया गया था जिसकी जांच अभी जारी है।

जमा कराया टैक्स व जुर्माना
मालूम हो कि गुरुवार सुबह कोलगवां पुलिस ने सेमरिया चौकमें इनोवा कार क्रमांक एमपी 19 सीबी 0673 को पकड़कर कार के अंदर से गोल्ड फ्लैक सिगरेट से भरे 12 कार्टून बरामद किये थे। इसकी कीमत साढ़े 13 लाख से अधिक की आंकी गई थी। यह माल शारदा सप्लायर्स राजेन्द्र नगर से फर्म संचालक सचिन गुप्ता पुत्र आरएम गुप्ता राजेन्द्रनगर द्वारा प्रयागराज की एक फर्म को भेजा जा रहा था।

माल पकड़े जाने के बाद व्यापारी की ओर से ई-वे बिल जनरेट करने की पुष्टि पुलिस द्वारा माल पकड़े जाने के समय की अधिकृत जानकारी देने के बाद एन्टीइवेजन ब्यूरो द्वारा शुक्रवार दोपहर माल व कार को अपने कब्जे में लेकर फर्म संचालक को कर व पेनाल्टी जमा करने का नोटिस जारी किया था। इस नोटिस के बाद शनिवार को व्यापारी द्वारा 12 लाख 8 हजार चालान से जमा किये गये।

राशि जमा होने के दस्तावेज मिलने के बाद ब्यूरो ने कार व माल को रिलीज कर दिया है। इधर कोलगवां थाने में माल की जप्ती होने के बाद ही इस मामले में सीआईपीसी की धारा 102 के तहत प्रकरण दर्ज हुआ था। मामले में राजेन्द्रनगर सतना गली नंबर 3 निवासी गौरव गुप्ता पुत्र संदीप गुप्ता 19 साल को आरोपी बनाया था। एईबी द्वारा राशि जमा हो जाने के बाद भले ही मामला समाप्त कर दिया गया हो पर अभी कोलगवां पुलिस की जांच चलती रहेगी।

सिगरेट जप्ती मामले में शुक्रवार को नोटिस जारी होने के बाद फर्म संचालक द्वारा शनिवार को कर व पेनाल्टी के रूप में 12 लाख 8 हजार रुपये जमा कराये गये हैं। चालान की प्रति मिलने के बाद ब्यूरो द्वारा पुलिस को माल व कार रिलीज करने पत्र लिखा गया है।
सुरेश साकेत, प्रभारी एईबी सतना।