DGP कैलाश मकवाना की सेवानिवृत्ति निरस्त एक साल और बने रहेंगे पद पर
DGP कैलाश मकवाना का बढ़ा एक्सटेंशन एक साल और बने रहेंगे पद पर
MP के DGP कैलाश मकवाना की सेवानिवृत्ति निरस्त करते हुए एक साल का एक्सटेंशन दे दिया गया है। मकवाना 1988 बैच के IPS अधिकारी हैं। 1 दिसंबर 2024 को उन्होंने MP के DGP पद की कमान संभाली थी। कैलाश मकवाना की गिनती तेज़-तर्रार और मेहनती अफसरों में की जाती है। उन्होंने हमेशा भ्रष्टाचार के खिलाफ कड़े कदम उठाए हैं। शिवराज सरकार के कार्यकाल में वह लोकायुक्त के डीजी के रूप में नियुक्त हुए थे, लेकिन महज छह महीने बाद उनका तबादला कर दिया गया। उनके कार्यकाल में लोकायुक्त ने भ्रष्टाचार के खिलाफ कई ठंडे बस्ते में पड़ी फाइलें खोलीं और महत्वपूर्ण जांचों को आगे बढ़ाया। इसके अलावा, महाकाल लोक कॉरिडोर के मामले में भी उन्होंने कार्रवाई की थी।

कई महत्वपूर्ण पदों पर रहे मकवाना
मकवाना का पुलिस विभाग में करियर उतार-चढ़ाव से भरा रहा है। उन्होंने साढ़े तीन साल के दौरान सात बार अपना स्थान बदला जिसमें कमलनाथ सरकार के दौरान तीन बार उनका ट्रांसफर हुआ था। उनके ट्रांसफर की सूची में एडीजी इंटेलिजेंस, एडीजी नारकोटिक्स, एडीजी सीआईडी, और एडीजी प्रशासन जैसे प्रमुख पदों पर कार्य किया। 2021 में उन्हें पुलिस हाउसिंग कारपोरेशन का चेयरमैन बनाया गया था, और फिर 2022 में उन्हें लोकायुक्त का महानिदेशक बनाया गया। हालांकि, लोकायुक्त में भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई करने के कारण सरकार ने उन्हें हटाकर पुलिस हाउसिंग कारपोरेशन में भेज दिया था।

