20 साल बाद मिला दुनिया का सबसे छोटा सांप

बारबाडोस थ्रेडस्नेक, जिसे 20 साल बाद विलुप्त मान लिया गया था, एक सर्वेक्षण में फिर से खोजा गया है। वैज्ञानिकों का मानना है कि जब तक दूसरा सांप नहीं मिल जाता, तब तक यह प्रजाति खतरे में है।

20 साल बाद मिला दुनिया का सबसे छोटा सांप

20 साल बाद दिखा दुनिया का सबसे छोटा सांप। धागे से भी पतले और कीड़े जितने छोटे इस सांप का नाम बारबाडोस थ्रेडस्नेक है। आखिरी बार इसे आज से 20 साल पहले देखा गया था जिसके बाद वैज्ञानिकों ने इन्हें विलुप्त मान लिया था। इस सांप को बारबाडोस के पर्यावरण मंत्रालय और संरक्षण संगठन री:वाइल्ड ने इस साल मार्च में किए एक सर्वे में चट्टान के नीचे से खोजा।

इस सांप की लंबाई 10 सेमी तक होती है। ये धागे जितना पतला होता है। छोटा होने की वजह से लोग इसे कीड़ा समझ लेते हैं। बारबाडोस थ्रेडस्नेक 4,800 पौधों, जानवरों और कवक प्रजातियों की सूची में शामिल था जो लुप्त हो चुके हैं। फिलहाल सिर्फ एक ही बारबाडोस थ्रेडस्नेक को खोजा गया है, वैज्ञानिकों का कहना है कि जब तक दूसरा बारबाडोस थ्रेडस्नेक नहीं मिल जाता तब तक यह प्रजाति खतरे में है।

दुनिया में बारबाडोस थ्रेडस्नेक की खोज 1889 में हुई थी। उसके बाद से इसे काफी कम ही देखा गया है। बारबाडोस थ्रेडस्नेक लैंगिक रूप से प्रजनन करते हैं और ये एक समय में सिर्फ एक ही अंडा दे सकते हैं

ये सांप सिर्फ बारबाडोस के जंगलों में ही पाए जाते हैं। उस दृष्टि से भी इस जंगल का संरक्षण करना जरूरी है। यहां थ्रेडस्नेक के साथ-साथ कई सारी जैव विविधता पाई जाती है।