सीधी बस दुर्घटना के दोषियों पर की जाएगी सख्त कार्रवाई: CM

भोपाल |  मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सीधी बस दुर्घटना के संबंध में निवास पर उच्च-स्तरीय बैठक ली। उन्होंने निर्देश दिए कि दोषियों को किसी भी स्थिति में छोड़ा नहीं जाए, जो गलती करेगा वह दंड पाएगा। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि सड़क की मरम्मत तथा क्रेन की व्यवस्था तत्काल प्रभाव से की जाए। 

वैकल्पिक मार्ग विकसित करने के लिए जल्द से जल्द कार्य योजना बनाकर क्रियान्वयन आरंभ किया जाए। संपूर्ण प्रदेश में बसों की फिटनेस और ओवरलोडिंग के संबंध में अभियान आरंभ हो। मुख्यमंत्री चौहान ने निर्देश दिए कि पूरे प्रदेश में घाटों, दुर्गम मार्गों, खराब सड़कों का सर्वे कर आवश्यक कार्रवाई की जाए और दुर्घटना संभावित क्षेत्रों में आवश्यक उपाय हो। बैठक में मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस, पुलिस महानिदेशक विवेक जौहरी अपर मुख्य सचिव जल संसाधन तथा परिवहन एसएन मिश्रा, प्रमुख सचिव लोक निर्माण नीरज मंडलोई उपस्थित थे।

सीधी बस हादसे के बाद गुरुवार से प्रदेश में बसों की जांच की रस्म अदायगी शुरू कर दी गई। भोपाल में परिवहन मंत्री गोविंद सिंह राजपूत खुद बसों का निरीक्षण किया। सुबह 10 बजे परिवहन मंत्री अधिकारियों के साथ होशंगाबाद रोड पर पर पहुंचे। यहां से गुजर रही बसों की जांच की। मंत्री ने नियमों का उल्लंघन करने वाली बसों पर कार्रवाई करने के निर्देश अधिकारियों को दिए। इसके बाद परिवहन मंत्री रायसेन रोड भी पहुंचे। भोपाल में दोपहर तक कुल 60 बसों की जांच की गई।

इनमें 8 बसों में इमरजेंसी गेट, फर्स्ट ऐड बॉक्स, आग बुझाने वाले सिलेंडर और टैक्स जमा नहीं करने की गड़बड़ी मिली इन्हें जब्त किया गया।  निरीक्षण के दौरान 6 बसों के फिटनेस प्रमाण-पत्र मौके पर ही निरस्त किए। साथ ही परिवहन नियमों का उल्लंघन करने वाली 11 यात्री बसों को जब्त किया गया।  राजपूत ने बस मालिकों को सचेत करते हुए कहा कि जो बस मालिक नियमों का पालन नहीं कर रहे, वे स्वयं अपना परमिट एवं लायसेंस सरेडंर कर दें। उन्होंने कहा कि नियम विरुद्ध चलने वाले वाहनों के खिलाफ यह कार्यवाही हमेशा जारी रहेगी।

किसी को नहीं छोड़ेंगे
परिवहन मंत्री बोले कि अधिकारियों से कहा है कि आॅफिस में कम बैठो। सड़क पर उतरो। हमारा काम परिवहन का है। चेक करो। मुझे सख्ती चाहिए। अभी मैं आज बसे चेक कर रहा हूं। आगे में किसी कर्मचारी या अधिकारी को गड़बड़ी मिलने पर छोडूंगा नहीं। कार्रवाई करूंगा।

हादसे के बाद ही जांच क्यों?
इंदौर बस हादसे के बाद अब सीधी हादसे के बाद फिर जांच। हादसे के बाद ही सड़क पर विभाग के उतरने को लेकर पूछे सवाल पर परिवहन मंत्री ने कहा कि हमारे आरटीओ हमेशा जांच करते रहते हैं, लेकिन मैं आपकी बात से सहमत हूं। जांच प्रक्रिया निरंतर होती रहनी चाहिए।