टाइगर सफारी में पीएम, डेढ़ माह में दूसरे तेंदुए की मौत
सतना | जिले में वन्य प्राणियों की सुरक्षा व्यवस्था सुदृढ़ होने के सरकारी दावों के बीच एक तेंदुए की एक और मौत हो गई। घटना मैहर वन परिक्षेत्र के सभागंज बीट अंतर्गत गुबड़ी-पकरिया पंचायत के बीच स्थित गूगड़ गांव से सटे बाबा तलैया में घटी। घटना का खुलासा तब हुआ जब सुबह ग्रामीण सुबह बाबा तलैया की ओर से गुजरे। पहले तो ग्रामीणों ने यह समझकर कि तेंदुआ आराम फरमा रहा है, उससे दूरी बनाए रखी लेकिन जब बहुत देर तक तेंदुए ने कोई हरकत नहीं की तो ग्रामीण उसके निकट पहुंचे, जहां उसे मृत पाया गया । आनन फानन वन विभाग को घटना की सूचना दी गई, जिसके बाद मौके पर पहुंचे वन अमले ने तेंदुए के पार्थिव शरीर को पीएम के लिए मुकुंदपुर वहाइट टाइगर सफारी भेज दिया है। दो माह के भीतर यह दूसरे तेंदुए की मौत है। अब पीएम रिपोर्ट से ही यह स्पष्ट हो सकेगा कि तेंदुए की मौत का असली कारण क्या है?
5 माह में 3 तेंदुओं की मौत
जिले के अमरपाटन रेंज अंतर्गत गौहानी में जनवरी के पहले सप्ताह में एक और तेंदुए की मौत हुई थी। जांच में सामने आया था कि वह भी करंट की चपेट में आया था। इसी प्रकार तकरीबन पांच माह पूर्व उचेहरा रेंज की धनिया बीट में भी तेंदुआ मिला था जिसकी मौत हो गई थी। ये मामले बताते हैं कि वन अधिकारी वन्य प्राणियों की सुरक्षा को लेकर संजीदा नहीं है।
चोट के निशान नहीं, करंट की आशंका
मौके पर पहुंची वन विभाग की टीम फिलहाल तेंदुए के मौत की गुत्थी नहीं सुलझा सकी है। तेंदुए को विगत दो दिनों से गुबड़ी-पकरिया पंचायत के आसपास देखा जा रहा था जिसकी जानकारी रेंज के अधिकारियों को ग्रामीणों द्वारा दी गई थी लेकिन वन्य प्राणियों की सुरक्षा से बेफिक्र अमले ने ग्रामीणों की बात को नजरंदाज करते रहे।
माना जा रहा है कि तलैया के किनारे सुअरों को मारने के लिए करंट बिछाया गया था जिसमें फंसकर तेंदुआ की मौत हुई है। तेंदुआ की मौत के मामले में एक आशंका यह भी जताई जा रही है कि तलैया का पानी पीने के बाद तेंदुआ काल कवलित हुआ है। हालांकि इसकी संभावना कम है क्योंकि उस ताल का पानी गांव के मवेशी पीते हैं। हालांकि वन विभाग की टीम ने पानी के नमूने भी लिए हैं ताकि यह स्पष्ट हो सके कि तेंदुआ की मौत कहीं पानी से ही तो नहीं हुई है। बहरहाल अब तेंदुए की पीएम रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है ताकि उसके मौत की गुत्थी सुलझ सके ।