गेहूं के साथ अब चना, मसूर सरसो भी खरीदेगी सरकार, 25 तक होगा पंजीयन
सतना | मार्च के आखिरी सप्ताह जिले में शुरू होने वाले गेहूं उपार्जन कार्य के पंजीयन का कार्य प्रगित पर है। इसके साथ ही खरीदी केन्द्रों की मैपिंग का कार्य भी जारी है। अब प्रदेश सरकार द्वारा सतना सहित प्रदेश के अन्य जिलों में चना, मसूर और सरसो के उपार्जन के निर्देश भी जारी किये हैं। इसके पंजीयन के लिये जिले में 73 केन्द्र बनाये गये हैं जहां किसान आवश्यक जानकारी देकर 25 फरवरी तक पंजीयन करा सकते हैं। यहां यह भी उल्लेखनीय है कि गेहूं उपार्जन के पंजीयन का कार्य भी 25 फरवरी तक ही होना है।
पुराने विक्रेताओं को छूट
कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी सतना अजय कटेसरिया द्वारा शुक्रवार को जारी आदेश में कहा गया है कि गेहूं के अलावा 73 सहकारी समितियों का सरसो, चना और मसूर उपार्जन पंजीयन के लिये निर्धारण किया गया है। किसान इन केन्द्रों में शासकीय कार्य दिवसों में प्रात: 9 से सायं 7 बजे तक निर्धारित प्रपत्र व आवश्यक दस्तावेजों के साथ उपार्जन के लिये पंजीयन करा सकते हैं। पिछले रबी और खरीफ सीजन में अपनी उपज के विक्रय के लिये जिन किसानों द्वारा ई- उपार्जन पोर्टल पर पंजीयन कराया गया था उन्हें रबी विपणन वर्ष 2021-22 में दस्तावेज अथवा आवेदन देने की आवश्यकता नहीं है। नये पंजीयन के लिये किसानों को पंजीयन के लिये आधार नंबर, बैंक खाता और मोबाइल नंबर के साथ आवश्यक प्रारूप में पंजीयन के लिये केन्द्र में आवेदन करना होगा।
बटाईदारों के लिये नई शर्तें
बटाईदारों के लिये पंजीयन के लिये कुछ शर्तें रखी गई है। बटाईदार का अनुबंध रकवा 5 हेक्टेयर से अधिक नहीं होगा। 15 फरवरी 21 तक का अनुबंध मान्य होगा। अनुबंध की प्रति तहसीलदार को उपलब्ध करानी होगी। पंजीयन के समय बटाईदार के साथ-साथ मूल भू-स्वामी के आधार नंबर की जानकारी देनी होगी। पंजीयन रकबा, फसल का राजस्व विभाग द्वारा सत्यापन किये जाने के बाद ही मान्य होगी।
तहसीलों में कहा कितने केन्द्र
गेहूं के अलावा चना, मसूर और सरसो का पंजीयन करने के लिये जिले में 73 सहकारी समितियों को अधिकृत किया गया है। इनमें उचेहरा तहसील में 12, बिरसिंहपुर 4, रघुराजनगर 7, रामनगर 8, रामपुर बाघेलान 7, मैहर 14, कोटर 2, अमरपाटन 2 तथा नागौद तहसील में 14 पंजीयन केन्द्रों का निर्धारण हुआ है।