ईंधन के दाम बेलगाम, सांसद ने पकड़ी साइकिल की लगाम

सतना | र्इंधन के दाम बेलगाम होते चले जा रहै हैं। डीजल हो चाहे पेट्रोल सबके दामों में आग लग चुकी है और सरकार को इसमें काई अफसोस नहीं है,हो सकता है यही अच्छे दिन हों। पेट्रोल 100 पार है तो डीजल में भी पैसों का खेल चल ही रहा है। सरकार का ये खेल यूं ही जारी रहा तो इसमें कोई दो मत नहीं है कि ये भी शतक लगाएगा। इधर महंगाई के विरोध में कांग्रेस सांसद ने साइकिल की लगाम थामी और सतना के सर्किट हाउस से लेकर सेमरिया चौक तक कांग्रेसियों के साथ ईधन के बढ़ते दामों को लेकर साइकिल चलाकर विरोध जताया। इस दौरान किसानों के समर्थन में भी नारेबाजी होती रही। केंद्र सरकार पर आरोप लगाते हुए राज्यसभा सदस्य राजमणि पटेल ने कहा कि मंहगाई की मार से जनता बीमार हो रही है और बीजेपी के राज में र्इंधन के दाम हैं कि लगातार इठलाते जा रहे हैं। सांसद की साइकिल यात्रा में जिला कांगे्रस नदारद रही।

जिला कांग्रेस से केवल राजाराम
सोमवार को राज्य सभा सांसद राजमणि पटेल ने साइकिल चलाकर बढ़ती महंगाई का विरोध किया तो उनके साथ रवींद्र सिंह सेठी,गेंदलाल पटेल ,युवक कांग्रेस के पूर्व जिला अध्यक्ष राजदीप सिंह मोनू के अलावा युकां के मयंक वर्मा सहित कुछ ही लोग शामिल रहे। जिला कांग्रेस संगठन की ओर से राजाराम त्रिपाठी मौजूद रहे। डीजल-पेट्रोल के बढ़ रहे दामों को लेकर किया गया विराध भी पूरी तरह से औपचारिक ही रहा और गिनती के 20 लोग बमुश्किल शामिल हो पाए।

अब कार्यक्रम भले ही कांग्रेस के सांसद का रहा हो पर कांगे्रसियों की मौजूदगी नहीं रही लिहाज चर्चाओं का बाजार तो गर्म होगा ही। बाते तो यहां तक की क्या कांग्रेस में राजाराम त्रिपाठी के अलावा कोई नहीं है। हालांकि चर्चा रही कि जिलाअध्यक्ष दिलीप मिश्रा सतना से बाहर थे और विरोध कार्यक्रम अचानक तय हुआ। सवाल ये भी है जिस तरह से रवींद्र सेठी और मोनू के साथ युकाई पहुंचे संगठन से भी कुछ लोग आ सकते थे। बहरहाल विरोध की औपचाकिता को अंजाम दिया गया और नेतागिरी पूरी हो गई।

पिछड़ा वर्ग का आयोजन
सांसद ने बखूबी साइकिल चलाई और केंद्र सरकार को कोसा। मंहगाई के परिणाम भी बताए पर उनके कार्यक्रम में मुठ्ठी भर कांग्रेसी भी नहीं थे। इस पर कांग्रेसियों का तर्क ये था कि 12 बजे आयोजन का पता चला और ये कार्यक्रम पिछड़ा वर्ग का था। सांसद राजमणि पिछड़ा वर्ग के प्रदेश अध्यक्ष भी है और पूरा कार्यक्रम जिला अध्यक्ष पिछड़ा वर्ग गेंदलाल पटेल द्वारा तय किया गया था। अब गेंदलाल ने कांगे्रसियों को सूचना नहीं दी या फिर वर्ग को लेकर कांग्रेसी जुट नहीं पाए। तमाम सुलगते सवाल हैं पर सोमवार को जिस तरह से चंद लोग सांसद के साथ नारेबाजी करते साइकिल चला रहे थे और सतना में कांग्रेरस की यही ताकत है तो फिर सत्ता के सपने देखना बेकार है। जिनको नगरीय निकाय का चुनाव लड़ना है और जो मेयर की चेयर के सपने देख रहे वो तक सामने नहीं आए। ऐसे में कांग्रेस अपनी ताकत का बयान करे तो अतिसंयोक्ति ही होगी।